डूडौली गांव के कार्यकारी सरपंच पर ग्रामीणों ने लगाया 24 लाख रुपये का गबन का आरोप
पुन्हाना। प्रदेश सरकार पंचायत विभाग ने भ्रष्टाचार को रोकने के लिए नए-नए नियम बना रही है, लेकिन इसके बाद भी विभाग में भ्रष्टाचार कम होने नाम नहीं ले रहा है। जिससे लगातार सरकार से लेकर विभाग की छवि भी खराब हो रही है। ऐसे ही एक मामला खंड की डूडौली ग्राम पंचायत का सामने आया है। जहां पर पंचों से लेकर ग्रामीणों ने कार्यकारी सरपंच पर पंचायत सचिव से मिलीभगत कर नियमों के विरुद्ध पंचायत खाते से करीब 24 लाख रुपये की राशि निकाल गबन करने का आरोप लगाया है। इस बाबत उपायुक्त व मुख्यमंत्री से लेकर डीडीपीओ व बीडीपीओ सहित अन्य अधिकारियों को शिकायत देकर कार्रवाई करने के साथ ही निकाली गई राशि को भी रिकवर करने की मांग की है।
यासीन पंच, जाकिर पंच, बशीर पंच, महबूब उर्फ कुक्की, रणजीत पंच, संजय पंच, साकिर पंच, मुबीन, नसरू सहित ग्रामीणों ने बताया कि गांव के सरपंच के बर्खाख्त होने के बाद जैकम पंच को कार्यकारी सरपंच बनाया गया था। जिसने सचिव व बैंक अधिकारियों से मिलीभगत कर आठ नवंबर को सरकार व विभागीय नियमों को ताक पर पंचायत खाते से 2385016 रुपये निकाल किसी प्राईवेट फर्म के खाते में ट्रांसफर कर दिए। जबकि गांव में किसी प्रकार के कोई विकास कार्य नहीं हुए हैं। सरपंच ने गांव में ना तो पंचों के साथ कोई बैठक की और ना ही किसी प्रकार का कोई प्रस्ताव किया गया है। सरंपच ने शिकायत होने के बाद गांव में नामात्र की सिमेंटेड कुर्सी जरूर लगाई गई हैं। जबकि नियमानुसार सरपंच विकास कार्यो के लिए केवल पांच लाख रुपये तक की राशि निकाल सकता है। इससे साफ-साफ गांव के विकास के लिए आई राशि का दुरुपयोग किया गया है। जिसको लेकर सरकार व जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि सरकार के विरुत्र कार्रवाई करने के साथ ही राशि को भी रिकवर कर गांव के विकास में लगाया जाए।
मामले की गहनता से जांच कराई जाएगी, अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो निश्चित तौर पर सरपंच सहित कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई भी कराई जाएगी।