भारतीय सिनेमा में अपनी आवाज़ का जादू घोलने वालीं महान गायिका लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रहीं। अपने करियर में करीब 30 हजार गानों को अपनी आवाज देने वालीं लता मंगेशकर अपने इन गानों के जरिए हमेशा हमारे बीच मौजूद रहेंगी। लता जी के गाए गाने बीती पीढ़ी के लोगों के साथ ही आज के लोग भी गुनगुनाते हैं और आने वाली पीढ़ी के लोग भी इसे गाते रहेंगे। लता मंगेशकर ने कई गायकों के साथ अपने सुर से सुर मिलाए हैं। मुकेश, रफी से लेकर नए जमाने के गायकों तक के साथ लता मंगेशकर ने कई हिट गाने दिए हैं।
लता मंगेशकर की ही तरह उनकी बहन आशा भोसलें भी हिंदी सिनेमा की मशहूर गायिकाओं में शुमार हैं। लता मंगेशकर की बात आशा भोंसले का नाम भी संगीत की दुनिया में काफी जाना जाता है। ऐसे में लता जी ने अपनी बहन आशा भोसले के साथ भी कई गानों को अपनी आवाज दी है। दोनों बहनों के गाए गानों को लोग आज भी बड़े चाव से सुनते हैं। लेकिन बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि लताजी और आशा जी ने आज से कई सालों पहले अपना आखिरी गाना साथ में गाया था।
इस गाने के बाद उन्होंने कभी फिर साथ में नहीं गाया। आपको जानकर हैरानी होगी कि लता दीदी और आशा ताई ने आखिरी बार साल 1984 में आई फिल्म उत्सव के लिए आखिरी गाना गाया था। इस बारे में खुद आशा जी ने कुछ समय पहले एक रियलिटी शो में खुलासा किया था।
कुछ समय पहले ही टेलीविजन के मशहूर सिंगिंग रियलिटी शो में बतौर मेहमान नजर आईं इंडस्ट्री की दिग्गज गायिका आशा भोंसले ने यह भी बताया था कि वह जब भी लता मंगेशकर के साथ गाना गाने जाती थीं, तो किस तरह से तैयारी करती थीं ताकि उनसे कोई कमी ना रह जाए।
दरअसल शो में जब रियलिटी शो की कंटेस्टेंट रहीं सायली कांबले और अरुणिता कांजीलाल ने मन क्यों बहका रे बहका गाया तो आशा भोंसले उन दिनों की यादों में खो गईं। बीते दिनों को याद करते हुए आशा ताई ने बताया कि जब मुझे दीदी के साथ डुएट गाना होता था तो मैं तैयार होकर जाती थी कि 100 नहीं तो 99 ही कर दूं।
इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि मैं जब उनका गाना किसी से भी सुनती हूं, वह मेरे सामने आ जाती हैम। पुराने दिनों के बारे में बताते हुए आशा भोसले ने कहा कि यह गाना मेरे दिल के बहुत करीब है, क्योंकि यह साथ में हमारा आखिरी गाना है। गैरतलब है कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 6 फरवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया था, जिसके बाद उनका मुंबई के शिवाजी पार्क में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।