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क्यों साउथ इंडस्ट्री के आगे पिटता जा रहा है बॉलीवुड

Kajal Dubey
29 Aug 2022 9:47 AM GMT
क्यों साउथ इंडस्ट्री के आगे पिटता जा रहा है बॉलीवुड
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हिंदी फिल्म इंडस्ट्री, जिसने बरसों तक दर्शकों को हंसाया

OTT Vs Bollywood: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री, जिसने बरसों तक दर्शकों को हंसाया, रुलाया वो आज ऐसे दौर से गुजर रही है, जो उसने कभी नहीं देखा. ये ऐसा संकट है, जिसने पूरे बॉलीवुड के हिलाकर रख दिया है. इसी को लेकर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की रिसर्च टीम ने एक स्टडी की है. चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर सौम्या कांति घोष ने इस मुद्दे पर कुछ कारणों और सुझावों का जिक्र किया है. बॉलीवुड इंडस्ट्री को भारत के विचारों का 'सॉफ्ट पावर' माना जाता है.रिपोर्ट में कहा गया कि महामारी के बाद हिंदी फिल्मों में कंटेंट एक दोधारी तलवार लगता है जो कमाई को प्रभावित कर रहा है. कोविड-19 ने वो काम कर दिया, जो दो विश्वयुद्ध नहीं कर पाए. उसने सिनेमा को बंद कर दिया. महामारी से पहले, हिंदी भाषा में 70-80 फिल्में हर साल रिलीज होती थीं और 3000-5000 करोड़ की कमाई करती थीं. लेकिन जनवरी 2021 से अगस्त 2022 तक हिंदी भाषा में (ओरिजनल+साउथ/इंग्लिश से हिंदी में डब्ड फिल्में) 61 फिल्में रिलीज हुई हैं. इनसे कुल कमाई 3200 करोड़ रुपये की हुई. इस कलेक्शन का 48 प्रतिशत हिस्सा डब की हुई फिल्मों से आया. रिपोर्ट में कहा गया, 'ओरिजनल हिंदी फिल्मों की स्थिति असंतोषजनक है.' जनवरी 2021 से 43 हिंदी फिल्मों की औसत रेटिंग 5.9 है. जबकि हिंदी में डब 18 फिल्मों की रेटिंग 7.3 है.रिसर्च में कहा गया, 'किसी मूवी की रेटिंग एक अहम टूल है, जिससे कंटेंट के असर को मापा जाता है और आम तौर पर यह माना जाता है कि सभी अच्छी फिल्मों को अच्छी रेटिंग और अच्छा कलेक्शन मिलेगा.' एसबीआई रिसर्च ने यह संकेत दिया कि IMDB रेटिंग में अगर एक अतिरिक्त पॉइंट भी मिलता है तो इससे 17 करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन मिलता है. रिसर्च में यह भी कहा गया कि एक ही समय में सिंगल स्क्रीन थियेटर में गिरावट और मल्टीप्लेक्स की संख्या में इजाफे के कारण भी हिंदी मूवी इंडस्ट्री को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

न्यूज़ हेटेक ,,जी न्यूज़

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