White चादर लाल निशान,क्या वर्जिनिटी तय करती है एक लड़की का चरित्र?
Mumbai.मुंबई: भारतीय समाज में काफी कुरीतियां रही हैं, जिसकी प्रताड़ना को सिर्फ अकेले महिलाओं ने ही सहन किया है। फिर चाहे वो सती प्रथा हो या फिर कुकड़ी (वर्जिनिटी टेस्ट) जैसी कोई और अन्य कुप्रथा। इस बात का इतिहास गवाह है कि महिलाओं को अपने चरित्र का प्रमाण देना पड़ा है। खुद को निर्दोष साबित करना पड़ा है। इसकी वजह है कि भारतीय समाज में पितृसत्ता का होना। आपने देखा गया होगा कि ‘रामचरित मानस’ के अनुसार उस समय सीता को अपने चरित्र का प्रमाण देने के लिए अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी तो इसी को आधार बनाकर हमारे समाज में कुछ धर्म के ठेकेदार कुप्रथाओं को सालों तक चलाते रहे है और ना जाने कितनी महिलाओं का शोषण किया है। कुछ ऐसी ही एक कुप्रथा की कहानी को फिल्म ‘एक कोरी प्रेम कथा’ में दिखाया गया है, जो समाज को आईना दिखाती है। इतना ही नहीं, लोगों के मन के संशय को भी दूर करती है। दरअसल, चिन्मय पुरोहित के निर्देशन में बनी फिल्म ‘एक कोरी प्रेम कथा’ को ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा पर स्ट्रीम किया गया है। इसमें अक्षय ओबेरॉय, खनक बुधिराजा, राज बब्बर और पूनम ढिल्लों समेत अन्य कलाकार अहम भूमिका में हैं, जिन्होंने अपने शानदार अभिनय से फिल्म को और भी दमदार बना दिया है। हालांकि, इसका सब्जेक्ट अपने आप में ही दमदार और दिलोदिमाग पर अलग ही प्रभाव छोड़ने वाला है। ऐसे में चलिए बताते हैं इसके बारे में…