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जब अफगान‍िस्तान में शूट हुई पहली हिंदी फिल्म, उठाया गया ये जोखिम

jantaserishta.com
17 Aug 2021 3:15 AM GMT
जब अफगान‍िस्तान में शूट हुई पहली हिंदी फिल्म, उठाया गया ये जोखिम
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अफगान‍िस्तान में ताल‍िबान के कब्जे ने दुनियाभर को हिला कर रख दिया है. अफगान‍िस्तान की सरकार ने ताल‍िबान के सामने घुटने टेक दिए हैं. इस मुश्क‍िल घड़ी में दुनियाभर से अफगान‍िस्तान के लोगों के लिए दुआएं उठ रही है. अफगान‍िस्तान जैसा खूबसूरत देश एक समय में पर्यटकों से पटा पड़ा रहता था. यहां की फिजाओं से आकर्ष‍ित हो, कई बॉलीवुड डायरेक्टर्स ने भी अफगान‍िस्तान की जमीं पर फिल्म शूट करने का जोख‍िम उठाया था.

अफगान‍िस्तान में शूट हुई पहली हिंदी फिल्म धर्मात्मा थी. 46 साल पहले 1975 में रिलीज यह फिल्म एक्टर-डायरेक्टर और प्रोड्यूसर फिरोज खान ने बनाई थी. फिल्म में अफगान‍िस्तान की बेहद शानदार जगहों को दिखाया गया था. धर्मात्मा का गाना 'क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो' अफगान‍िस्तान के 'बामिया बुद्धाज' में शूट किया गया था. हालांकि बाद में ताल‍िबान ने अमेर‍िका की सेना को सबक स‍िखाने के लिए बुद्ध की प्रतिमाओं को ध्वस्त कर दिया था.
सैफ अली खान और करीना कपूर स्टारर फिल्म एजेंट विनोद के शुरुआती सीन्स अफगान‍िस्तान में शूट किए गए हैं. श्रीराम राघवन के निर्देशन में बनी यह फिलम 2012 में रिलीज हुई थी. फिल्म के ये सीन्स दस्त-ए-मर्गो में फिल्माया गया था. रेत के टीलों से भरा यह खूबसूरत नजारा ऑड‍ियंस के लिए काफी लुभावना दृश्य था.
फरदीन खान और सेलिना जेटली स्टारर रोमांट‍िक थ्र‍िलर जानशीं की शूट‍िंग भी अफगान‍िस्तान में हो चुकी है. एक बार अफगान‍िस्तान में फिल्म बनाने के बाद यह जोख‍िम एक्टर-डायरेक्टर फिरोज खान ने दोबारा उठाया था. जिस समय यह फिल्म बनी उस वक्त अफगान‍िस्तान और ताल‍िबान के बीच जंग का माहौल था. इतने बड़े खतरे के बावजूद फिरोज खान ने अफगान‍िस्तान में अपनी फिल्म को बनाने का फैसला ले लिया था. बात बनी और फिर फिरोज खान ने जानशीं के कुछ हिस्से अफगान‍िस्तान में फिल्माए.
निर्देशक गिरीश मल‍िक की फिल्म तोरबाज पिछले साल रिलीज हुई थी. संजय दत्त, नरगिस फाखरी, राहुल देव जैसे कलाकार इस फिल्म में नजर आए थे. फिल्म की कहानी अफगान‍िस्तान के चाइल्ड सुसाइड बॉम्बर्स पर बनी है. इसकी शूट‍िंग भी अफगान‍िस्तान में की गई थी. हालांकि अफगान‍िस्तान में फिल्म के कुछ हिस्से की शूट‍िंग के बाद इसके दूसरे हिस्से Bishkek और Kyrgyztan में शूट किया गया था.
जॉन अब्राहम और अरशद वारसी स्टारर फिल्म काबुल एक्सप्रेस का काफी हिस्सा अफगान‍िस्तान की राजधानी काबुल में फिल्माया गया था. साल 2006 में रिलीज यह फिल्म, उस समय आई थी जबअफगानिस्तान से ताल‍िबान की दहशत खत्म हो गई थी. फिल्म की शूट‍िंग ग्रीन पैलेस, बाला हिस्सार फोर्ट, दारुल अमन पैलेस और पंजशीर घाटी में हुई थी.
फिल्म के डायरेक्टर कबीर खान ने इसी शूट‍िंग एक्सपीर‍ियंस को साझा कर बताया था. कबीर खान ने बताया था कि उनकी फिल्म की कास्ट और क्रू को तालिबान से मौत की धमकियां मिली थी. फिल्म में अफगान‍िस्तान के हनीफ ने भी एक रोल प्ले किया था, जिन्हें असल जिंदगी में एक्टिंग करियर बनाने के लिए तालिबानियों ने अगवा कर बेरहमी से पीटा था. इस फिल्म को बनाने के दौरान अफगान सरकार ने कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया था.
1992 में रिलीज फिल्म खुदा गवाह निर्देशक मुकुल एस आनंद की पेशकश थी. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी ने लीड रोल प्ले किया था. खुदा गवाह के कुछ सीन्स की शूट‍िंग काबुल और मजार-ए-शरीफ में हुई है. 1991 में फिल्म की शूट‍िंग के समय तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद नजीब्बुल्लाह ने सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए थे.
बता दें 1996 में अफगान‍िस्तान पर कब्जे के बाद ताल‍िबान‍ियों ने राष्ट्रपति मोहम्मद नजीब्बुल्लाह को बड़ी बेरहमी से पीटकर काबुल के आर‍ियाना चौक में एक खंभे से लटका दिया था.


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