जब 'अपनी अंजलि' को ढूंढने के चक्कर में, राजकुमार राव ने आगे बातचीत करते हुए कहा....
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बचपन से ही अभिनय करने के सपने देखने वाले अभिनेता राजकुमार राव(Rajkumar Rao) आज उन अभिनेताओं की लिस्ट में शुमार हैं, जिनका नाम मेकर्स की लिस्ट में सबसे ऊपर है। शायद शाहरुख खान की फिल्म का डायलॉग उनपर बिलकुल फिट होता है कि किसी चीज को शिद्धत से चाहो तो पूरी कायनात उन्हें तुमसे मिलाने में जुट जाती है। ऐसी ही कुछ रही है राजकुमार राव की जिंदगी भी, जिन्होंने न सिर्फ सपना देखा बल्कि उसे पूरा करने के लिए कड़ा संघर्ष भी किया। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि राज कुमार राव अपने स्कूल टाइम में बहुत ही शरारती थे।
स्कूल में दोस्तों के साथ करते थे मस्ती
स्कूल में हर बच्चे की तरह राजकुमार राव भी काफी शरारती थे। इस बात का खुलासा राजकुमार ने खुद एक शो के दौरान किया था। उन्होंने बताया था कि अपने बचपन में वो गुंडे टाइप के थे। लेकिन जब वो 11वीं कक्षा में पहुंचे तो उन्होंने ये निर्णय ले लिया था कि वो एक अभिनेता बनना चाहते हैं जिसके बाद उन्होंने अपनी जिंदगी के उस हिस्से को पीछे छोड़ दिया था। राजकुमार राव आज अपना 37वां जन्मदिन मना रहे हैं और हम अपने इस आर्टिकल में आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ दिलचस्प शरारतों के बारे में बताने जा रहे हैं।
अंजलि को ढूंढने के चक्कर में पिटते-पिटते बचे
राजकुमार राव ने अपने स्कूल का एक किस्सा साझा करते हुए बताया कि अपनी अंजलि को ढूंढने के चक्कर में वो पिटते-पिटते बचे थे। एक बार जब वो स्कूल में थे तो उन्होंने एक लड़की को बास्केट बॉल खेलते हुए देखा। बचपन से फिल्मी होने के कारण कुछ-कुछ होता है के शाहरुख की तरह उन्हें लगा कि उन्हें उनकी अंजलि मिल गई। राजकुमार ने बताया कि उसे उसका अमन पहले ही मिल गया था।
शाहरुख खान के थे बचपन से फैन
राजकुमार राव ने शो पर अपने स्कूल की यादों को ताजा करते हुए कहा, 'मैं गुडगांव में ब्लू बेल्स स्कूल में दाखिल हुआ था, वह स्कूल काफी मॉडर्न था। मैं शुरू से ही शाहरुख खान(Shahrukh Khan) का बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूं। तो मैं उस दौरान कुछ-कुछ होता है देखकर आया था। मैंने स्कूल में एक लड़की को बास्केट बॉल खेलते हुए देखा जिसके बाल बिलकुल फिल्म वाली अंजलि(काजोल) की तरह थे। मैंने सोचा 'अंजलि'। मैंने उसे देखने के बाद शाहरुख की एक्टिंग करते हुए कहा, 'मैंने उसकी मां को ढूंढ लिया। उस समय किसी न किसी तरह से हम साथ आए हमने एक-दूसरे को डेट किया, लेकिन उसका पहले से ही बॉयफ्रेंड था।
25 जाट लड़के पीटने आए थे
राजकुमार राव ने आगे बातचीत करते हुए कहा, 'वह एक जाट लड़का था और निश्चित रूप से वो मुझे मारने आए थे। लॉ कॉलेज के कुछ 25 जाट लड़के थे, लेकिन उस समय तक मैं एक संत लड़का बन चुका था। मैंने सोचा, 'अब बस हो गया अब नहीं लड़ना। मुझे अभिनेता बनना है। वो मुझे मार रहे थे। 25 लड़के कह रहे थे 'बंदूक निकाल और इसे शूट कर। मैं बैठा हुआ था, लेकिन मेरे दो पंजाबी दोस्त उनसे ये कह रहे थे 'आप उसे मत मारो, चाहो तो मुझे मार लो'।
कहा चेहरे पर मत मारना, एक्टर बनना है
राजकुमार राव ने कहा जब वो लड़के उन्हें मार रहे थे तो उनके मुंह से कुछ और नहीं बल्कि सिर्फ एक शब्द निकला, 'मेरे चेहरे पर मत मारना, मुझे अभिनेता बनना है'। राजकुमार राव ने कहा ये बिलकुल सच है कि मैं छोटे से ही अभिनेता बनना चाहता था। राजकुमार राव ने अपने करियर की शुरुआत साल 2010 में फिल्म 'लव सेक्स और धोखा' से की थी। इसके बाद भी उन्होंने बॉलीवुड में अपनी खास जगह बनाने के लिए एक कड़ा संघर्ष किया और आज उनकी गिनती बॉलीवुड के सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में होती है।