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जब आदित्य चोपड़ा का हिंदी बोलना करण जौहर को लगता था डाउनमार्केट, बर्दाश्‍त से बाहर था झेलना

Neha Dani
1 Aug 2022 9:40 AM GMT
जब आदित्य चोपड़ा का हिंदी बोलना करण जौहर को लगता था डाउनमार्केट, बर्दाश्‍त से बाहर था झेलना
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मैंने मम्मी को बोल दिया था कि मैं इन बच्चों से बात नहीं करूंगा।'

करण जौहर और आदित्य चोपड़ा बॉलीवुड के टॉप फिल्ममेकर्स ही नहीं हैं, बल्कि उनके बीच एक फैमिली कनेक्शन भी है। करण जौहर की मां हीरू जौहर, आदित्य चोपड़ा के पिता यश चोपड़ा की बहन हैं। इस नाते करण जौहर और आदित्य चोपड़ा कजन्स हैं। करण जौहर ने आदित्य चोपड़ा की फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' से ही फिल्मों में शुरुआत की थी। इस फिल्म में वह असिस्टेंट डायरेक्टर थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि करण जौहर को आदित्य चोपड़ा की हिंदी से नफरत थी? आदित्य चोपड़ा जिस तरह से हिंदी बोलते थे, उसे करण जौहर बर्दाश्त नहीं कर पाते थे। करण जौहर ने इसका खुलासा अपनी किताब An Unsuitable Boy में किया था।

यह तब की बात है जब Karan Johar और Aditya Chopra बच्चे थे और स्कूल में पढ़ते थे। आदित्य चोपड़ा की 'खराब हिंदी' की वजह से तब करण जौहर उनके साथ हैंगआउट भी नहीं करते थे। करण जौहर इस बारे में मां हीरू से शिकायत करते थे। वह मां से कहते थे कि आदित्य खराब हिंदी बोलता है और वह प्लीज उन्हें स्कूल न भेजें।
करण जौहर को 'डाउनमार्केट' लगती थी आदित्य की हिंदी
2017 में आई किताब में करण जौहर ने लिखा है, 'जब मैं बच्चा था तो स्टार किड्स की कंपनी में रहा। मैं ऋतिक रोशन, अभिषेक बच्चन, श्वेता बच्चन, जोया अख्तर और फरहान अख्तर को जानता था। मैं श्वेता और जोया के हमेशा करीब रहा। लेकिन लड़के काफी बिगड़ैल थे, खासकर अभिषेक बच्चन और फरहान। अभिषेक मुझसे चार साल छोटे हैं। मेरी उनके साथ कभी नहीं पटी। मुझे वो कभी पसंद नहीं आए। आदि (आदित्य चोपड़ा) और उनका गैंग हमेशा ही बहुत हिंदी बोलता था। यही मैं झेल नहीं पाता था।'
मम्मी से बोलते थे करण जौहर-मुझे उन बच्चों के घर मत भेजना
करण जौहर ने किताब में आगे लिखा है, 'मैं घर वापस आकर मम्मी से कहथाा कि वो लोग सिर्फ हिंदी बोलते हैं। मुझे उनके घर मत भेजा करो। और मम्मी कहती थीं- वो सिर्फ हिंदी बोलते हैं, इससे तुम्हारा क्या मतलब है?' तो मैं बोलता कि वो लोग बहुत फिल्मी बातें करते हैं। कहते हैं कि तूने क्रांति देखी है क्या? कितनी अच्छी फिल्म है। तो मुझे ये लगातार हिंदी में बात बहुत डाउनमार्केट और खराब लगती थी। मैंने मम्मी को बोल दिया था कि मैं इन बच्चों से बात नहीं करूंगा।'

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