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जब ऐश्वर्या राय के लिए आईं 600 साड़ियां, पढ़े फिल्म सेट की दिलचस्प बातें
jantaserishta.com
12 July 2021 11:26 AM GMT
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फाइल फोटो
संजय लीला भंसाली की मैग्नम ओपस फिल्म देवदास को 19 साल पूरे हो गए हैं. देवदास फिल्म के हर किरदार से लेकर इसके ग्रैंड सेट ने दर्शकों के दिल में गहरी छाप छोड़ी है. फिल्म में ऐश्वर्या राय, शाहरुख खान और माधुरी दीक्षित तीन सबसे अहम किरदार थे, जिन्होंने पारो, देव और चंद्रमुखी को अपने अभिनय के जरिए जीवंत कर दिया था. फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के निर्देशन की भी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है. आज फिल्म के 19 साल पूरे होने पर हम आपको इसकी कुछ दिलचस्प फैक्ट्स से परिचय करवाएंगे.
साल 2002 तक हिंदी सिनेमा में जितनी भी फिल्में बनीं उनमें देवदास सबसे महंगी फिल्म थी. इसके सेट, कॉस्ट्यूम, सितारों की फीस से लेकर सपोर्टिंग आर्टिस्ट आदि पर पानी की तरह पैसे बहाए गए थे. इतने पैसे लगाने का परिणाम ही ये मैग्नम ओपस फिल्म थी, जिसकी हर बारीकी का संजय ने ध्यान रखा.
फिल्म को बनाने में लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत लगी. इतने पैसों में तो किसी का बिजनेस भी खड़ा हो सकता है. यही वजह थी कि 2001 में फिल्म के प्रोड्यूसर भरत शाह को अरेस्ट कर लिया गया था. उनपर आरोप था कि फिल्म को प्रोड्यूस करने के लिए जो पैसे लगे हैं वो अंडवर्ल्ड द्वारा फाइनेंस किया गया था. उस वक्त देवदास का अंडर प्रोडक्शन काम चल रहा था.
फिल्म के आलीशान सेट को लगभग 9 महीनों तक यूज किया गया था. फिल्म के सेट का सबसे महंगा पार्ट चंद्रमुखी (माधुरी दीक्षित) का कोठा था जिसे तैयार करने में 12 करोड़ रुपये लगे थे. जबकि पारो (ऐश्वर्या राय) के घर को स्टेन्ड ग्लास से बनाया गया था.
चूंकि शूटिंग के वक्त कई बार बारिश हो जाती थी इसलिए इसे बार-बार पेंट करने की भी नौबत आई, जिस कारण कारीगरों पर पैसे काफी खर्च हुए. पारो के घर को बनाने में 1.2 लाख स्टेन्ड ग्लास के पीस लगे थे और इसकी कीमत लगभग 3 करोड़ रुपये की थी.
देवदास में हर किरदार के कॉस्ट्यूम का खास ध्यान रखा गया था. माधुरी ने अबु जानी-संदीप खोसला के डिजाइन किए कपड़े पहने थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसकी कुल कीमत 15 लाख रुपये लगी थी. 'काहे छेड़ छेड़ मोहे' गाने में माधुरी ने लगभग 30 किलो का घाघरा पहना था. हालांकि बाद में इसे 16 किलो के घाघरे से रिप्लेस कर दिया गया. माधुरी के एक और कॉस्ट्यूम का वजन 10 किलो था और इसे बनाने में कारीगरों को दो महीने लग गए थे.
वहीं ऐश्वर्या राय ने डिजाइनर नीता लुल्ला के डिजाइन किए कपड़े पहने थे. इसके लिए खुद नीता और संजय लीला भंसाली ने कोलकाता शहर में 600 साड़ियां खरीदी थी. अलग-अलग साड़ियों को मिक्स किया गया और इसे ड्रेप करने के स्टाइल को भी नीता ने क्रिएट किया. उन्हें हर रोज तीन घंटे पारो के लुक को स्टाइल करने में लगते थे. पारो के लिए 8 से 9 मीटर की साड़ियों का इस्तेमाल किया गया था.
इस्माइल दरबार ने देवदास में आइकॉनिक गाने दिए हैं जिसमें दो साल का वक्त लगा था. हर गाने की रिकॉर्डिंग में दस दिन लगते थे और फिर उसे आठ-नौ बार मिक्स किया जाता था. उस वक्त संजय और इस्माइल के बीच मनमुटाव भी चल रहा था लेकिन फिल्म के दौरान उनके बीच की दूरियां कम हो गईं.
फिल्म का गाना डोला रे डोला आज भी सुपरहिट है. इस गाने के एक लाइन को फाइनल मिक्सिंग स्टेज पर नुसरत बद्र ने बदला था. गाने के इस स्टेप पर भी काफी पैसा लगाना पड़ा था.
साल 2002 में जब फिल्म रिलीज हुई इसे बॉक्स ऑफिस पर ताबड़ तोड़ कमाई की थी. फिल्म ने डोमेस्टिक मार्केट में 46.66 करोड़ की कमाई की थी जो कि उस वक्त के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी. ओवरसीज में भी देवदास ने खूब कमाई की. कान्स फिल्म फेस्टिवल में फिल्म का प्रीमियर हुआ था.
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