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विवेक ओबेरॉय ने जरूरतमंदों के इलाज के लिए किये लाखों रुपए दान
Ritisha Jaiswal
3 Jun 2021 3:44 PM GMT
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विवेक ओबेरॉय लगातार कोविड मरीजों की मदद के लिए सक्रिय हैं.
विवेक ओबेरॉय लगातार कोविड मरीजों की मदद के लिए सक्रिय हैं. दिल्ली में 200 बेड के हॉस्पिटल के बाद उन्होंने अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर्स की कमी को दूर करने लिए बनाए गए फंड में 25 लाख रुपए का दान दिया है. कैंसर पीडि़त बच्चों के इलाज के लिए उन्होंने फंड जुटाना शुरू कर दिया है और कुछ दिन पहले ही उन्होंने मुंबई पुलिस के साथ मिलकर जरूरत मंदों के अनाज भी बांटा था.
विवेक के पिता सुरेश ओबेरॉय लगातार स्पिरिचुअल शोज़ में शिरकत करते रहते हैं. विवेक भी उनके नक्शे कदमों पर चल निकले हैं. विवेक ने अपनी पहली फिल्म कंपनी की फीस भी दान कर दी थी.
डॉ विवेक बिंद्रा के साथ उनकी नवीनतम पहल आय एम ऑक्सीजन मैन है. कोविड -19 से पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए हर जगह से लोग फण्ड राइजर में योगदान दे रहे हैं.
हाल ही में आय एम ऑक्सीजन मैन के लिए एक इवेंट के दौरान डॉ. विवेक बिंद्रा ने इस बात का खुलासा किया. उन्होंने खुलासा किया कि विवेक आनंद ओबेरॉय कितने उदार हैं और कैसे, बिना पलक झपकाए उन्होंने फंडराइज़र के लिए 25 लाख रुपये का योगदान दिया, लेकिन किसी को बताए बिना चुपचाप किया.
@CPAAIndia has been looking after cancer patients for 52 years. With delayed treatments due to #Covid19, CPAA is creating a meal program to distribute nutritious food. Let's come together with @milaapdotorg and help these patients fight hunger.
— Vivek Anand Oberoi (@vivekoberoi) May 29, 2021
Donate at: https://t.co/Uk8oUKqhdl pic.twitter.com/DunsKfDF61
विवेक आनंद ओबेरॉय यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं कि इस दूसरी लहर में कोविड -19 से पीड़ित सभी लोगों को उचित चिकित्सा मिले. आय एम ऑक्सीजन मैन की इस पहल ने दिल्ली में 200 बिस्तरों वाला एक मुफ्त कोविड अस्पताल स्थापित और संचालित किया है, जो पहले ही 1000 से अधिक लोगों की जान बचा चुका है. डॉ विवेक बिंद्रा के साथ, वह यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत कोविड -19 की तीसरी लहर के लिए पूरी तरह से चिकित्सकीय रूप से सुसज्जित रहे.
कैंसर मरीजों का इलाज
आय एम ऑक्सीजन मैन पहल के अलावा, विवेक आनंद ओबेरॉय ने गरीब बच्चों के लिए सैकड़ों मुफ्त हार्ट सर्जरी को प्रायोजित किया है. उन्होंने 2.5 लाख से अधिक, वंचित बच्चों को कैंसर से बचाया है. उन्होंने 2200 से अधिक छोटी लड़कियों को बाल वेश्यावृत्ति से बचाया है, जिनमें से 50 से अधिक आज छात्रवृत्ति पर विदेश में पढ़ रही हैं.
विवेक आनंद ओबेरॉय कैंसर से जूझ रहे 3000 वंचित बच्चों को खाना खिलाने के लिए कैंसर पेशेंट्स एड एसोसिएशन के साथ काम कर रहे हैं. उनका मानना है कि उन्हें अपनी प्रतिरक्षा बनाने में मदद करने के लिए अच्छे पोषण की सख्त जरूरत है क्योंकि उन्हें कोविड संक्रमण उच्च जोखिम है.
Ritisha Jaiswal
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