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उर्फी जावेद ने मुस्लिम कट्टरपंथियों पर साधा निशाना, बोलीं- औरतों को पर्दा करना जरूरी लेकिन...

Rani Sahu
31 Dec 2021 12:22 PM GMT
उर्फी जावेद ने मुस्लिम कट्टरपंथियों पर साधा निशाना, बोलीं- औरतों को पर्दा करना जरूरी लेकिन...
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उर्फी जावेद (Urfi Javed) अपने अजीबोगरीब फैशन सेंस को लेकर सुर्खियों में रहती हैं

नई दिल्ली: उर्फी जावेद (Urfi Javed) अपने अजीबोगरीब फैशन सेंस को लेकर सुर्खियों में रहती हैं. इसके अलावा वह मुस्लिम समुदाय को लेकर भी खुलकर अपनी राय रखती हैं. हाल ही में उर्फी ने कहा था कि उनके इंस्टाग्राम पोस्ट पर अधिकतर गंदे कमेंट्स मुस्लिम लोगों के होते हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया था कि वह कभी भी किसी मुस्लिम लड़के से शादी नहीं करेंगी. अब उर्फी (Urfi Javed) ने मुस्लिम कट्टरपंथियों पर जमकर निशाना साधा है.

कट्टरपंथी मुसलमानों पर जमकर बरसीं उर्फी जावेद
दरअसल, उर्फी (Urfi Javed) के कुछ वीडियोज वायरल हो रहे हैं, जिन्हें उनके सोशल मीडिया फैन पेज पर शेयर किया गया है. वीडियो में उर्फी कहती हैं, 'जो भी चरमपंथी मेरी फोटोज पर कमेंट करते हैं कि मैं तो इस्लाम पर धब्बा हूं, मेरे खिलाफ फतवा जारी कर देना चाहिए, मेरे कपड़े ये...मेरे कपड़े वो...क्या आप जानते हैं कि कुरान में कहीं भी नहीं लिखा है कि महिलाओं को जबरन पर्दा कराओ. हां, ये जरूर लिखा है कि एक औरत को पर्दा करना चाहिए. ये नहीं लिखा है कि अगर कोई औरत पर्दा नहीं करती हैं तो उस पर गालियों की बौछार करो. उसे इतना शर्मिंदा करो कि वह खुद ही पर्दे में आ जाए. हां, लेकिन ये जरूर लिखा है कि मर्दों को पर्दा करना जरूरी है. एक आदमी शादी से पहले औरतों को उस नजरिए से देख ही नहीं सकता है.'
पहले नहीं था महिलाओं के पास कोई अधिकार
उर्फी (Urfi Javed) ने आगे माफी मांगते हुए बताया कि जो लोग इंस्टाग्राम पर लड़कियों को देखते हैं और उनकी फोटो पर फालतू कमेंट्स करते हैं ये सब हराम है. ऐसे औरतों की तस्वीरें आप नहीं देख सकते हैं, स्पेशली जब उसने कपड़े ना पहने हो. इस्लाम के जो रूल्स बने हैं ना वो डेढ़ हजार साल पहले बने थे. तब औरतों के पास कोई अधिकार नहीं थे. इस्लाम में चार शादियां भी इसलिए अलाउड हैं क्योंकि उस वक्त औरतों के पति मर जाते थे, तब उनका रेप हो जाता था और उनके पास इतना अधिकार नहीं होता था कि वह न्याय मांग सके. औरतों की मोडिस्टी को प्रोटेक्ट करने के लिए चार शादियां अलाउड की गई थीं.
खुद फॉलो नहीं करते कुरान की बातें
वह आगे कहती हैं, 'मुझे देखो, क्या मैं कमजोर महिला लग रही हूं? नहीं. मैं आपकी मदद नहीं मांग रही हूं और ना मुझे आपकी किसी भी तरह की सलाह चाहिए. कितनी ऐसी चीजें इस्लाम में लिखी हैं, जिसे आप खुद फॉलो नहीं करते हैं और फिर एक लड़की को हिदायत देते हो कि ऐसे नहीं, वैसे कपड़े पहनो'. उर्फी (Urfi Javed) ने यह भी कहा कि इस्लाम में शादी से पहले सेक्स हराम है, लेकिन तब भी लोग ऐसा करते है. ऐसे कितने लोग हैं, जो पांचों वक्त की नमाज पढ़ते हैं. मुझे तो लगता नहीं है कोई भी ऐसा करता होगा. अगर आप पाचों वक्त की नमाज पढ़ते तो आपको इंस्टाग्राम पर लड़कियों की फोटोज पर कमेंट करने का टाइम ही नहीं मिलता.
मैं इस्लाम को फॉलो नहीं करती हूं
उर्फी (Urfi Javed) ने आखिर में कहा कि, 'मैं एक बात कहना चाहती हूं कि मैं इस्लाम को फॉलो ही नहीं करती हूं. अल्लाह का कहना है कि आप जो भी करो उसे दिल से करो. अगर आप दिल से नहीं कर रहे हैं या फिर सिर्फ ऊपर जाने के लिए ये कर रहे हैं. आप पांच वक्त की नमाज और जो कुछ भी कर रहे हो, तो आपको जन्नत नसीब नहीं होगी. उससे बेहतर है कि आप किसी इंसान की मदद करो, किसी गरीब की मदद करो और औरतों को उस नजरिए देखना बंद कर दो. तब कहीं जाकर आप एक सच्चे मुसलमान कहलाओगे'.
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