यूक्रेन के सेना खुफिया प्रमुख काइरिलो बुडानोव ने दावा किया है कि रूस के वैगनर लड़ाके छोटे परमाणु हथियारों को बरामद करने के इरादे से रूसी परमाणु अड्डे, वोरोनिश -45 तक पहुंच गए थे। उन्होंने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया, ‘परमाणु हथियारों के भंडार के दरवाजे बंद थे और वे तकनीकी विभाग में नहीं गए।’ हालांकि, वैगनर लड़ाकू विमान वास्तव में रूसी परमाणु अड्डे तक पहुंचे थे, इस बात का कोई सबूत नहीं मिल पाया है।
क्रेमलिन के करीबी एक सूत्र ने परमाणु हथियारों के बेस के पास वैगनर सेनानियों की मौजूदगी की पुष्टि की और बोला कि इस घटनाक्रम से अमेरिकियों के लिए चिंता पैदा हो गई है। हालांकि, अमेरिकी ऑफिसरों ने बोला कि रूसी परमाणु हथियारों से किसी तरह का खतरा नहीं है।
रॉयटर्स के अनुसार, औनलाइन पोस्ट किए गए वीडियो और क्षेत्रीय निवासियों से की गई वार्ता से संकेत मिलता है कि जब वैगनर आर्मी 24 जून को उत्तर की ओर मास्को की ओर बढ़ रही थी, तो सेना वाहनों का एक अलग समूह एक हाईवे पर पूर्व की ओर एक भारी किलेबंद रूसी सेना के कैंप की ओर मुड़ गया। ये आर्मी कैंप परमाणु हथियारों के लिए जाना जाता है।
क्रेमलिन के सूत्र ने रॉयटर्स को बताया, ‘आर्मी की टुकड़ी खास जोन में जाने में सफल रही, इसकी वजह से अमेरिकी उत्तेजित हो गए क्योंकि परमाणु हथियार वहां संग्रहीत हैं।’ जानकारों का तर्क है कि वैगनर सेनानियों को बम का उपयोग करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, भले ही वे इन परमाणु हथियारों को हासिल करने में सफल हो जाएं।
फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स में परमाणु सूचना परियोजना के वरिष्ठ अनुसंधान सहयोगी और परियोजना प्रबंधक मैट कोर्डा ने तर्क दिया कि रूसी परमाणु सुरक्षा को भेदना वैगनर सेनानियों के लिए लगभग असंभव होगा।
उन्होंने कहा, ‘अगर कोई दुर्भावनापूर्ण परमाणु हथियार हासिल करने में सक्षम हो जाता है, तो उन्हें हथियार अधूरे मिलेंगे, यानी उन्हें असेंबल करना होगा। इसके लिए उन्हें खास टेक्नोलॉजी की आवश्यकता होगी और फिर लिंक को अनलॉक करने के लिए उन्हें रूसी परमाणु हथियारों के बारे में किसी जानने वाले (12वें निदेशालय के किसी व्यक्ति) के योगदान की जरूरत होगी।’
12वें निदेशालय को मुख्य निदेशालय के रूप में भी जाना जाता है। ये रूसी रक्षा मंत्रालय के भीतर एक प्रभाग है जिसके पास परमाणु हथियारों की सुरक्षा, भंडारण और रखरखाव की जिम्मेदारी है। यह विशेष रूप से रूस के परमाणु शस्त्रागार के प्रबंधन और सुरक्षा पर केंद्रित है।