जनता से रिश्ता वेबडेस्क| टीवी एक्टर वरुण बडोला के पिता वेटरन एक्टर विश्व मोहन बडोला का उम्र संबंधी बीमारियों से 23 नवम्बर को निधन हो गया। 85 साल के विश्व मोहन बडोला ने कई फ़िल्मों, धारावाहिकों और थिएटर में लम्बा काम किया। वेटरन एक्टर स्वदेस, जोधा अकबर, प्रेम रतन धन पायो और मुन्नाबाई एमबीबीएस जैसी फ़िल्मों में नज़र आये थे। उन्होंने अक्षय कुमार की फ़िल्म जॉली एलएलबी 2 में एक यादगार रोल निभाया।
वरुण ने पिता को याद करते हुए एक भावुक नोट लिखकर श्रद्धांजलि दी। इंस्टाग्राम पर वरुण ने लिखा- तमाम लोग यह शिकायत करते हैं कि उनके बच्चे उनकी नहीं सुनते। कई लोग यह बात भूल जाते हैं कि बच्चे उन्हें देख रहे हैं। मेरे पिता ने कभी मुझे बिठाकर कुछ नहीं सिखाया। उन्होंने मुझे सिखाने के लिए जीवन जीया। उन्होंने ऐसी मिसाल पेश की कि मेरे सामने उसे मानने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। अगर आपको लगता है कि मैं अच्छा कलाकार हूं, तो इसके लिए वही ज़िम्मेदार हैं। अगर मैं लिखता हूं तो इसका श्रेय उन्हें ही जाता है। अगर मुझमें गायकी का उनका दशांश हुनर भी होता तो मैं सिंगर बन जाता।
वरुण आगे लिखते हैं कि मैं दिल्ली छोड़कर मुंबई आया, क्योंकि शहर में उनके नाम का मुक़ाबला करना मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी। लोग मुझे जज करें, मैंने इसका विरोध किया। मुझे उनके नाम का फ़ायदा मिले। उन्होंने मुझसे अपनी अलग पहचान बनाने के लिए कहा। उन्होंने हमेशा मुझसे आराम से निकलने के लिए कहा। उन्होंने मुझे मर्द बनाया। कम लोगों को पता है कि वो एक जर्नलिस्ट थे। दक्षिण-एशियाई मामलों के जानकार। दो बार पूरी दुनिया घूम चुके थे। ऑल इंडिया रेडियो के लिए 400 से अधिक नाटक किये थे। वो बेहतरीन एक्टर थे। जब वो गाते थे, वक़्त थम जाता था। ऐसे पिता, जो हमेशा देख रहा है और सुनता है। उनकी विरासत हमेशा रहेगी। 1936 से 2020।