जनता से रिश्ता वेबडेस्क | राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनएमसी) ने अभय देओल अभिनीत 'ट्रायल बाई फायर' के निर्माताओं से कहा है कि वे 1997 के उपहार सिनेमा अग्निकांड पर आधारित इस वेब सीरीज में एक सिख परिवार की भूमिका का भी जिक्र करें। जिसने कथित तौर पर दूसरों को बचाने के लिए अपनी जान दे दी थी।
NCM ने निर्माताओं को 7 जून तक आयोग की सिफारिश पर कार्रवाई की गई रिपोर्ट भेजने के लिए भी कहा। एनसीएम ने कहा कि कैप्टन मनजिंदर सिंह भिंडर और उनके परिवार द्वारा किए गए बलिदान को नहीं दिखाकर वेब सीरीज एक बहादुर सिख के साथ भेदभाव करती है, उन्होंने दूसरों को बचाने में अपनी जान गंवा दी। अल्पसंख्यक आयोग ने इस वेब सीरीज के निर्माताओं से कहा कि इसमें भिंडर, उनकी पत्नी और बेटे के बारे में उल्लेख किया जाए।
बता दें कि जब नई दिल्ली के उपहार सिनेमा में भीषण आग लग गई थी, उस दौरान ऑफ ड्यूटी कैप्टन मनजिंदर सिंह भिंडर ने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को ताक पर रखते हुए बाहर आने के बाद भी फंसे हुए लोगों को निकालने की कोशिश की थी। उन्होंने 150 से अधिक लोगों की जान बचाई थी। इस हादसे में करीब 60 लोग मारे गए थे।
उपहार सिनेमा त्रासदी पर आधारित ट्रायल बाई फायर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज किया गया था। 2016 की एक किताब ''ट्रायल बाय फायर: द ट्रेजिक टेल ऑफ द उपहार फायर ट्रेजडी'' पर आधारित है। इसे उपहार सिनेमा कांड पीड़ित एसोसिएशन की अध्यक्ष नीलम और उनके पति शेखर कृष्णमूर्ति ने लिखा है।