सोनू सूद और मंत्री के बीच हुआ लेन-देन का खुलासा, कई अहम दस्तावेज आयकर विभाग के हाथ लगे
जयपुर। फिल्म अभिनेता सोनू सूद (Film Star Sonu Sood) से जुड़े ठिकानों पर आयकर विभाग (Income tax department) के छापे की कार्रवाई में कालेधन के निवेश के कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं. आयकर ने अभिनेता सोनू सूद से जुड़े मुंबई, लखनऊ, जयपुर, दिल्ली और गुड़गांव में 28 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे. छापे की इस कार्रवाई में राजस्थान के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना (Udayalal Anjana) की कंपनी के तार भी नियम विरुद्ध निवेश से जुड़े पाए गए हैं. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना से जुड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की ओर से सोनू-सूद से जुड़ी कंपनी में 175 करोड़ रुपये का संदिग्ध लेन-देन पाया गया है. इसके पुख्ता दस्तावेज आयकर विभाग के हाथ लगे हैं.
आयकर विभाग के छापों में खुलासा हुआ है कि अभिनेता सोनू सूद की आय को फर्जी तरीके से निवेश किया गया है. टैक्स चोरी के लिए सोनू सूद और उसके सहयोगियों ने फर्जी संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन करवाया. इन फर्जी संस्थाओं के नाम पर फर्जी लोन देने के दस्तावेज भी मिले हैं. छापों में बीस से ज्यादा नियम विरुद्ध आय ट्रांसफर और निवेश संबंधी दस्तावेज आयकर विभाग के हाथ लगे हैं. फर्जीवाड़े का ये खेल ट्रस्ट के नाम पर बनाई गई संस्थाओं द्वारा भी किया गया है. इनमें कैश लेन-देन के बदले कई फर्जी रसीदें भी जारी की गई है.
टैक्स चोरी करने के लिए फर्मों द्वारा लेखा-पुस्तकों में भी फर्जी इंद्राज दर्शाया गया है. आयकर छापों में खुलासा हुआ है की इसी साल 21 जुलाई के बाद चैरिटी फाउंडेशन के नाम पर 20 करोड़ रुपये का संदिग्ध लेन-देन हुआ है. इस राशि में 18.94 करोड़ रुपये का दान दर्शाया गया है, जबकि विभिन्न राहत कार्यों पर 1.9 करोड़ रुपए का खर्च दिखाया गया है. 17 करोड़ रुपये चैरिटी फांउडेशन के खातों में बिना उपयोग के पड़े पाए गए हैं. चैरिटी के नाम पर 2.1 करोड़ रुपये की राशि विदेशों से भी जुटाने के दस्तावेज आयकर विभाग के हाथ लगे हैं.
आयकर विभाग ने चैरिटी फाउंडेशन के खातों में आने वाली राशि को एफसीआरए नियमों के विपरीत मानते हुए क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म पर दान देने वालों के लिए तलाशी अभियान चलाया है. छापे की कार्रवाई में लखनऊ में इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रुप में अभिनेता सोनू सूद द्वारा भारी निवेश के दस्तावेज भी हाथ लगे हैं. इस प्रोजेक्ट में अभिनेता सोनू सूद ने नियम विरुद्ध तरीके से टैक्स चोरी कर बही-खातों पुस्तिकाओं में फर्जी इंद्राज कर निवेश किया है. आयकर छापों में फर्जी बिलिंग सब-कॉन्ट्रेक्टरशिप में खर्च करने के साथ साथ फर्जी अनुबंधों के जरिए 65 करोड़ से अधिक राशि के नकद खर्च के दस्तावेज हाथ लगे हैं. छापे की इस कार्रवाई में कबाड़ और डिजिटल डेटा की बेहिसाब बिक्री से भारी नकद लेन-देन के दस्तावेज भी मिले हैं. आयकर छापों में 1.8 करोड़ रुपये नकद और 11 बैंक लॉकर्स भी सामने आए हैं. आयकर विभाग जल्द ही इन बैंक लॉकर्स के अंदर छुपे रहस्य को उजागर कर सकता है.
सोनू सूद और मंत्री के बीच हुआ लेन-देन का खुलासा, कई अहम दस्तावेज आयकर विभाग के हाथ लगे