
एंटरटेनमेंट : इश्क का रंग सफेद, इच्छाप्यारी नागिन और विश जैसे सीरियल्स में नजर आ चुकीं स्नेहल राय ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अपने बचपन के दिनों को याद किया है। उन्होंने बताया कि कैसे उनका बचपन घरेलू हिंसा के बीच गुजरा है। उनके पिता और मां के बीच हर दिन लड़ाइयां होती थी। उनके पिता उनकी मां को मारते-पिटते और गालियां देते थे, जिसके चलते उन्होंने कई परेशानियां झेलीं। एक्ट्रेस ने बताया कि बाद में उनके पैरेंट्स अलग हो गए।
स्नेहल ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में बताया, 'घरेलू हिंसा को देखने की मेरी पहली यादें नौ साल की उम्र की हैं, जब मुझे ये भी समझ में नहीं आया कि वास्तव में इस शब्द का क्या मतलब है। ऐसी कई रातें थीं जब मेरे पैरेंट्स के बीच झगड़े के कारण हम खाली पेट कार में सोते थे, जो अंततः घरेलू हिंसा का कारण बनता था। मां इसे हमारे लिए एक खेल की तरह बनाती थीं और कहती थीं कि चलो आज कार में सोयेंगे। कई बार घर में खाना बनता था और कूड़ेदान में चले जाता था। मेरी मां के चेहरे पर चोट के निशान होते थे और वो इसे एक मुस्कान के पीछे छिपा लेती थीं। इसलिए कभी समझ ही नहीं आया कि मम्मी मार खा रही हैं... गालियां खा रही हैं।'
स्नेहल ने आगे बताया, 'इस सब ने मुझे बहुत परेशान किया, रातों की नींद हराम की और चिंता दी। मेरे कोई दोस्त नहीं थे क्योंकि किसी को ये पसंद नहीं था। टीचर्स भी मेरी कम अटेंडेंस के बारे में कभी कुछ नहीं कहा, क्योंकि टीचर्स मेरी परेशानियों के बारे में जानते थे।' एक्ट्रेस ने आगे बताया, 'मैंने सुबह सैलून रिसेप्शनिस्ट के रूप में और शाम को कॉल सेंटर में काम किया। मैं बहुत संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंची हूं और इसलिए मुझे लगा कि अब इन सब के बारे में बोलने का सही समय है।'
