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'The Kashmir Files' को लेकर जूरी हेड के बयान पर भड़के ये सेलेब्स

Rani Sahu
29 Nov 2022 12:30 PM GMT
The Kashmir Files को लेकर जूरी हेड के बयान पर भड़के ये सेलेब्स
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The Kashmir Files: 'द कश्मीर फाइल्स' यह भारतीय हिंदी फिल्म में से एक है। यह अभिषेक अग्रवाल द्वारा निर्मित है जिसमें मिथुन चक्रवर्ती और अनुपम खेर ने शानदार अभिनय किया है। यह विवेक अग्निहोत्री द्वारा लिखित और निर्देशित है। यह फिल्म कश्मीरी हिंदू पंडितों के साथ वीडियो साक्षात्कार पर आधारित वास्तविक घटनाओं पर आधारित है, जो कश्मीरी विद्रोह के दौरान कश्मीर निष्क्रमण से पीड़ित हुए हैं। गोवा में आयोजित हुए 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के आखिरी दिन भी यह फिल्म विवादों में आ गई।
दरअसल IFFI में जूरी हेड और इस्राइल के फिल्म मेकर नादव लैपिड ने इस फिल्म को प्रोपेगेंडा फिल्म बताया है। इसके साथ ही उन्होंने इसे 'भद्दी' फिल्म भी कहा है। फेस्टिवल की क्लोजिंग सेरेमनी की दौरान लैपिड ने यह बात कही। नादव लैपिड ने फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म की स्क्रीनिंग देखकर भी हैरानी जताई है। नादव लैपिड ने फिल्म की आलोचना करते हुए कहा कि यह फिल्म फेस्टिवल की प्रतियोगिता में शामिल भी किए जाने लायक नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म सिर्फ प्रचार के लिए थी। नादव ने कहा, 'इस फिल्म को देखकर हम सभी हैरान और परेशान थे। यह एक वल्गर फिल्म है। यह फिल्म एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के एक कॉम्पटेटिव सेक्शन के लिए सही नहीं है।'
नादव लैपिड के इस बयान के बाद फिल्म के लीड एक्टर अनुपम खेर ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। वहीं कई सेलेब्स भी सोशल मीडिया पर उनके इस बयान को दुर्भग्यपूर्ण बताते हुए अपनी-अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने नादव लैपिड के बयान पर तंज कसते हुए लिखा-''गुड मॉर्निंग, सच सबसे खतरनाक चीज है। ये लोगों को झूठा बना सकता है।''
फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट किया-''इस्राइल फिल्म मेकर नादव लैपिड ने 'द कश्मीर फाइल्स' को भद्दी फिल्म बताकर आतंकियों के खिलाफ भारत की लड़ाई का मजाक उड़ाया है। उन्होंने लाखों कश्मीरी पंडितों का अपमान किया है। यह भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (IFFI) की विश्वसनीयता के लिए बड़ा झटका है।''
अभिनेता रणवीर शोरी ने लिखा-''एक फिल्म का वर्णन करने के लिए जूरी द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा बेहद गलत थी। इसमें से राजनीति की गंध आ रही है। सिनेमा हमेशा से सच्चाई और बदलाव के मुद्दों पर बनाई गई फिल्मों के लिए जाना जाता है। न कि इसे दबाने के लिए। आईएफएफआई में राजनीतिक अवसरवाद का शर्मनाक प्रदर्शन।''
( जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।)
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