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'विक्की डोनर' फिल्म की रियल स्टोरी, अब दुनिया भर में ढूंढ रही है पिता के स्पर्म से जन्मे बच्चे!

Rounak Dey
3 Jun 2021 9:52 AM GMT
विक्की डोनर फिल्म की रियल स्टोरी, अब दुनिया भर में ढूंढ रही है पिता के स्पर्म से जन्मे बच्चे!
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कोविड-19 के खत्म होने के बाद वे एक बार फिर अपने भाई-बहनों को ढूंढने के मिशन पर लगेंगी.

विज्ञान ने हमारी जिंदगी में तमाम ऐसे बदलाव कर दिए हैं, जो पहले संभव नहीं थे. जैसे स्पर्म डोनेशन (Sperm Donation) के ज़रिये बच्चों को जन्म देने का एक ऐसा बदलाव, जिसने कई परिवारों को पूरा कर दिया. वो बात अलग है कि विज्ञान कुछ मानवीय भावनाओं को बदल नहीं सकता. ऐसी ही 23 साल लड़की ( Paramedic Kianni Arroyo) विज्ञान के इस चमत्कार (Conceived via Sperm Donation) से पैदा हो हुई लेकिन उनकी मानवीय भावनाएं उसे अपने भाई-बहनों से मिलने की उत्सुकता पैदा हुई.

अब अमेरिका (Florida) की रहने वाली कियानी एरोयो ( Paramedic Kianni Arroyo) की ये कहानी सुर्खियां बटोर रही है. कियानी खुद एक स्पर्म डोनर (Conceived via Sperm Donation) की मदद के ज़रिये पैदा हुईं. वे एक लेस्बियन परिवार में जन्मीं लेकिन पिता की कमी उन्हें खलती रही. कियानी ने काफी मशक्कत के बाद न सिर्फ अपने पिता (Sperm Donar Father) को खोज निकाला बल्कि अपने 60 भाई-बहनों का भी पता उन्होंने लगा लिया है.
आसान नहीं था ये सबकियानी बताती हैं कि वे बचपन से ही जब दूसरे बच्चों के परिवार देखती थीं तो अपने पिता को मिस करती थीं, क्योंकि उनकी दो माएं थीं. मिरर (Mirror) वेबसाइट से बातचीत में कियानी ने बताया कि उन्हें अपने पिता के बारे में सिर्फ इतना पता था कि उनकी दिलचस्पी कला और खेलों में थी. कियानी को भी पेंटिंग और सर्फिंग काफी पसंद थी. उन्हें हमेशा लगता था कि उन्हें और भी कुछ अपने पिता के बारे में जानना चाहिए. वे फादर्स डे पर अपने डोनर फादर के लिए कार्ड्स बनाती थीं.
कियानी बताती हैं कि सालों तक उनके पिता की प्रोफाइल प्राइवेट थी. इसके चलते उनसे संपर्क कर पाना मुश्किल था. कियानी ने जब एक डोनर कंपनी के लिए प्रमोशनल वीडियो डाला तो उनके पिता ने अपना मन बदलकर प्रोफाइल पब्लिक कर लिया और कियानी अपने पिता से संपर्क कर सकती थीं.
फिर शुरू हुई भाई-बहनों की तलाश
कियानी को अब अपने भाई-बहनों से मिलने की इच्छा हुई. उन्होंने अपने स्पर्म डोनर पिता से पैदा हुई संतानों को ढूंढने का मिशन शुरू किया. उन्हें इसकी जानकारी स्पर्म बैंक से संपर्क के बाद मिली. उन्होंने अपने घर से करीब 15 किलोमीटर की ही दूरी एक परिवार मिला, जिसकी दो जुड़वा बच्चियां कियानी के ही स्पर्म फादर के चलते पैदा हुई थीं. इनसे मिलने के बाद कियानी ने अपना मिशन बढ़ाया और अब तक वे अपने 60 भाई-बहन ढूंढ चुकी हैं.
कनाडा से न्यूजीलैंड तक मिलीं पिता की संतानें
कियानी के स्पर्म डोनर फादर से पैदा हुए उनके भाई-बहन अमेरिका और कनाडा (US and Canada) ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड (Australia and New Zealand.) तक में मिले हैं. फ्लोरिडा में ही उनके 12 भाई-बहन हैं और वे अक्सर मिलते-जुलते रहते हैं. कियानी इन सबसे मिलकर काफी खुश हैं और उनका कहना है कि कोविड-19 के खत्म होने के बाद वे एक बार फिर अपने भाई-बहनों को ढूंढने के मिशन पर लगेंगी.


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