ऑस्कर विजेता डॉक्यूमेंट्री ‘द एलीफेंट व्हिस्परर्स’ में अपने काम के लिए जाने जाने वाले आदिवासी जोड़े बोमन और बेली ने हाल ही में निर्देशक कार्तिकी गोंसाल्वेस और सिख्या एंटरटेनमेंट पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं। 4 अगस्त को एक यूट्यूब चैनल को दिए साक्षात्कार में कपल ने मेकर्स पर आर्थिक उत्पीड़न और उत्पीड़न का इल्जाम लगाया था।
इसका इल्जाम मेकर्स पर लगा है
बोमन और बेली के अनुसार, वृत्तचित्र के फिल्मांकन के दौरान कार्तिकी गोंसाल्वेस ने उनके साथ अच्छे संबंध विकसित किए। लेकिन जैसे ही फिल्म ने ऑस्कर जीता, उनकी वार्ता काफी बदल गई। दंपति ने दावा किया कि इसके बाद गोंसाल्वेस ने उनसे दूरी बना ली।
शादी के दृश्य को फिल्माने के दौरान हुए खर्च के बारे में बात करते हुए, जोड़े ने बोला कि उन्हें बेली की पोती की शिक्षा के लिए बचाए गए पैसे का इस्तेमाल करना था। इस पर करीब 1 लाख रुपये खर्च हुए। हालाँकि कार्तिकी ने हमसे वादा किया था कि वह पैसे लौटा देगा, लेकिन उसने अभी तक पैसे नहीं लौटाए हैं और जब भी हम उसे टेलीफोन करते हैं, तो वह यह कहकर टेलीफोन काट देता है कि वह व्यस्त है।
हमें पुरस्कार छूने की भी इजाजत नहीं थी।’
इसके अतिरिक्त उन्होंने बोला कि फिल्म की कामयाबी के बाद उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा है। ये भी बोला गया कि सम्मान के दौरान उन्हें ऑस्कर अवॉर्ड छूने या लेने की इजाजत नहीं थी। मुंबई से कोयंबटूर लौटने के बाद, हमारे पास नीलगिरी में अपने घर वापस जाने के लिए पैसे नहीं थे। जब हमने उससे यात्रा के लिए पैसे मांगे तो उसने बोला कि उसके पास पैसे नहीं हैं और वह जल्द ही इसकी प्रबंध करेगा। गोंसाल्वेस ने दावा किया कि उन्होंने हमें हमारे काम के लिए भुगतान किया। लेकिन जब हमने बैंक एकाउंट चेक किया तो उसमें केवल 60 रुपये ही मिले।
सरकार ने मकान और पैसा देने की घोषणा की थी
इस वर्ष ‘द एलीफेंट व्हिस्पर्स’ को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का ऑस्कर अवॉर्ड मिला है। फिल्म में तमिलनाडु के नीलगिरी में थेप्पकाडु हाथी शिविर में अनाथ बच्चे हाथियों की देखभाल के लिए बोमन और बेली के सरेंडर को खूबसूरती से दर्शाया गया है। फिल्म की कामयाबी के बाद, तमिलनाडु गवर्नमेंट ने बोमन और बेली के लिए एक घर और 1 लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा की, जबकि कार्तिक को राज्य गवर्नमेंट से 1 करोड़ रुपये की पर्याप्त राशि मिली।