अमिताभ बच्चन के बंगले की दीवार गिराने का मामला, लोकायुक्त ने BMC को लगाई फटकार
महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के लोकायुक्त ने कहा है कि बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) सड़क चौड़ीकरण परियोजना के लिए जुहू में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के बंगले 'प्रतीक्षा' के परिसर की दीवार को गिराने में देरी करने के लिए बेतुके बहाने बना रही है. महाराष्ट्र के लोकायुक्त (Maharashtra Lokayukta) न्यायमूर्ति वी एम कनाडे ने मौजूदा स्थिति में कार्य में कम से कम एक साल की देरी होने का जिक्र करते हुए अपने हालिया आदेश में कहा कि नगर निकाय को देरी पर उप अभियंता (सड़क) पश्चिमी उपनगर को नोटिस जारी करना चाहिए. BMC ने कहा था कि उसने बंगले के प्लॉट से जमीन का एक हिस्सा नहीं लिया है क्योंकि उसके पास सड़क चौड़ीकरण परियोजना के लिए कोई ठेकेदार नहीं है. शिवसेना के नियंत्रण वाले नगर निकाय ने यह भी कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में जब इस उद्देश्य के लिए एक सड़क ठेकेदार की नियुक्ति की जाएगी तो वह दीवार गिरा देगी और जमीन का अधिग्रहण कर लेगी.
लोकायुक्त के आदेश में कहा गया, "BMC द्वारा दीवार नहीं तोड़ने का कारण सही प्रतीत नहीं होता है. जब भी कोई सड़क चौड़ीकरण परियोजना शुरू की जाती है, तो कार्यान्वयन के लिए BMC द्वारा पर्याप्त बजटीय प्रावधान किया जाता है. जाहिर सी बात है कि BMC बेतुके बहाने बनाकर चारदीवारी गिराने में देरी कर रही है." इसमें कहा गया, "यह सामान्य ज्ञान की बात है कि 30 मई के बाद मानसून के दौरान तोड़फोड़ की कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. इसलिए इस काम में कम से कम एक और साल की देरी होगी." अक्टूबर 2021 में निकाय के कार्रवाई न करने को लेकर महाराष्ट्र लोकायुक्त से शिकायत करने वाली कांग्रेस पार्षद ट्यूलिप मिरांडा ने कहा कि BMC ने 2019 में बच्चन के बंगले से लगने वाले एक परिसर की चार दीवारी को तोड़ दिया और उस जमीन के एक हिस्से को सड़क चौड़ा करने के उद्देश्य से अधिग्रहित किया लेकिन अभिनेता के बंगले को छुआ भी नहीं.