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तेलुगु फिल्म 'महा समुद्रम' हुआ रिलीज

Bharti sahu
14 Oct 2021 2:03 PM GMT
तेलुगु फिल्म महा समुद्रम हुआ रिलीज
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शर्वानन्द, सिद्धार्थ, अदिति राव हैदरी (Aditi Rao Hydari) और अनु इमैनुएल अभिनीत तेलुगु फिल्म ‘महा समुद्रम’ (Maha Samudram) गुरुवार को रिलीज हो गई.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | शर्वानन्द, सिद्धार्थ, अदिति राव हैदरी (Aditi Rao Hydari) और अनु इमैनुएल अभिनीत तेलुगु फिल्म 'महा समुद्रम' (Maha Samudram) गुरुवार को रिलीज हो गई. 'आरएक्स 100' के निर्देशक अजय भूपति के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने रिलीज से पहले ही दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. फिल्म की टीम द्वारा अपने सुनियोजित प्रचार को स्थापित करने के बाद फिल्म अब रिलीज हो गई है. सिनेमाघरों से आई शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि फिल्म ने थिएटर में रिलीज होते ही तहलका मचा दिया है. फिल्म में कलाकारों के अच्छे प्रदर्शन के साथ एक अच्छी कहानी लोगों को खूब पसंद आ रही है.

'महा समुद्रम' दो करीबी दोस्तों की कहानी है जो एक साथ विशाखापट्टनम में रहते हैं. विजय (सिद्धार्थ) और अर्जुन (शर्वानन्द) अलग-अलग लक्ष्यों वाले दो लोग हैं. विजय अपनी गर्भवती प्रेमी महा (अदिति राव हैदरी) को मुसीबत में छोड़ देता है. दूसरी ओर, अर्जुन को ड्रग डीलिंग में उतारकर अंडरवल्र्ड में जाने के लिए मजबूर किया जाता है.
स्क्रीन पर अच्छे प्रोडक्शन मूल्यों के साथ सिनेमैटोग्राफी भी अच्छी है. एक्शन सीन्स को भी अच्छी तरह से तैयार किया गया है, हालांकि नियमित सेकेंड हाफ 'महा समुद्रम' के लिए खेल को खराब कर देता है. यह 'पेली संदाद' और 'मोस्ट एलिजिबल बैचलर' जैसी अन्य बड़ी टिकट वाली फिल्मों से अलग है.
फिल्म में किरदारों ने शानदार अभिनय किया है
फिल्म में कलाकारों ने शानदार अभिनय किया है. एक तरफ सिद्धार्थ जहां अपने कंफर्ट जोन से बाहर आकर एक इंटेंस और ग्रे शेड वाले कैरेक्टर में नजर आते हैं. वहीं दूसरी ओर सर्वानंद ने भी कमाल का अभिनय किया है. अदिति राव हैदरी के इस फिल्म में कई इमोशनल सीन्स हैं जिनमें अदिति ने कमाल का काम किया है. फिल्म में अनु का काम कम है लेकिन उन्होंने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. जबकि जगपति बाबू और गरुड़ राम गैंगस्टर के रोल में हैं जो फिल्म के हिसाब से सटीक बैठता है. कुल मिलाकर देखें तो अभिनय के मामले में फिल्म में सभी किरदारों ने अपना बेहतर दिया है.
क्या है फिल्म की कहानी
अर्जुन और विजय पक्के दोस्त हैं. दोनों के सपने बड़े हैं. दोनों का अपने सपनों को हासिल करने का तरीका अलग-अलग है. एक गैंगस्टर जिसका नाम है धनुंजय. ये गैंगस्टर विजाग में तस्करी का गिरोह चलाता है. विजाग में अपना राज कायम करने का सपना पाले हुए एक छोटा तस्कर चेंचू मामा भी है. चेंचू मामा का अर्जुन पर खासा प्रभाव है. सिद्धार्थ से एक गलती होती है जिसके बाद से अर्जुन और सिद्धार्थ की पक्की दोस्ती में दरार आ जाती है. दोनों रास्ते अलग तो होते हैं. लेकिन उन रास्तों पर दोनों एक दूसरे आमने-सामने भी आते रहते हैं.


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