मनोरंजन

Teachers day : बॉलीवुड में शिक्षक को किए गए गाने डेडिकेट, आज भी करते हैं लोगों को प्रेरित

Shiddhant Shriwas
5 Sep 2021 10:30 AM GMT
Teachers day : बॉलीवुड में शिक्षक को किए गए गाने डेडिकेट, आज भी करते हैं लोगों को प्रेरित
x
शिक्षक हमारी जिंदगी में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बचपन से लेकर बड़े होने तक उनके द्वारा दिए गए ज्ञान से ही हम अपनी जिंदगी में आगे बढ़ पाते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शिक्षक हमारी जिंदगी में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बचपन से लेकर बड़े होने तक उनके द्वारा दिए गए ज्ञान से ही हम अपनी जिंदगी में आगे बढ़ पाते हैं। कभी-कभी टीचर बच्चों की जिंदगी बनाने के लिए कड़ा रुख अपनाते हैं तो कभी प्यार से बैठकर वो समझाते हुए नजर आते हैं। गुरु वो होते हैं जो अपने शिष्य के लिए हर कदम पर खड़े होते हैं। हमें हमारी जिंदगी में आगे बढ़ाने वाले गुरु के लिए हम जितना भी करें वो शायद हमेशा कम ही होता है।

बॉलीवुड में शिक्षक को किए गए गाने डेडिकेट

बॉलीवुड में हर सबजेक्ट पर फिल्में बनती हैं। ऐसे में गुरु और शिष्य के रिश्ते पर भी कई फिल्में बनी, जिन्होंने गुरु और शिष्य के रिश्ते को बहुत ही खूबसूरती के साथ बड़े पर्दे दर्शाया। सिर्फ फिल्में ही नहीं बल्कि फिल्म के पूरे –पूरे गाने तक गुरु और शिष्य को समर्पित किए गए। आज शिक्षक दिवस है और इस खास मौके पर हम आपको बॉलीवुड के उन गानों के बारे में बता रहे हैं जो न सिर्फ लोगों को आगे बढ्ने के लिए प्रेरित करते हैं बल्कि बहुत ही गुरु शिष्या को प्यारे रिश्ते को भी बखूबी से दर्शाया।

रुक जाना नहीं तू कहीं हार के

1974 में आई फिल्म 'इम्तिहान' का गाना 'रुक जाना नहीं तू कहीं हार के, कांटो पे चलके मिलेंगे साये बहार के' गाना बहुत ही लोकप्रिय हुआ था। इस फिल्म में विनोद खन्ना ने एक शिक्षक की भूमिका निभाई थी। इस गाने को मरहुज सुल्तान पुरी ने लिखा था। आज भी जब कोई हार मानता है तो वो इस गाने को सुनकर खुद को प्रेरित कर सकता है।

इंसाफ की डगर पर बच्चों दिखाओ चलकर

1961 में आई फिल्म 'गंगा जमुना सरस्वती' का ये गाना आज भी लोगों को सच्चाई की राह पर चलने की प्रेरणा देता है। इस गाने को हेमंत कुमार ने गाया है और इसे बोल शकील बदायुनी ने लिखा है।

खोलो-खोलो दरवाजे, पर्दे करो किनारे

आमिर खान की फिल्म 'तारे जमीन पर' बहुत ही खूबसूरती से शिक्षक और शिष्य के रिश्ते को दर्शाती है। 2007 में हुई इस फिल्म का ये गाना हर किसी के अंदर एक जोश भर देता है। इस गाने के बोल प्रसून जोशी ने लिखे और रमन महादेवन ने इस गाने को गाया।

बम-बम बोले

तारे जमीन पर के वैसे तो सभी गाने प्रेरित करने वाले हैं। आमिर खान की फिल्म का ये गाना एक मस्ती भरा गाना था, जिसमें आमिर अपने शिष्यों के साथ क्लासरूम में मस्ती करते हुए नजर आते हैं। इस गाने को भी प्रसून जोशी ने लिखा है और शान और आमिर खान ने इस गाने को अपनी आवाज दी। ये गाना हर स्टूडेंट के लिए एक प्रेरणा है।

खोल दे पर

रानी मुखर्जी की फिल्म 'हिचकी' का गाना 'खोल दे पर' भी गुरु शिष्य पर आधारित गाना है। इस गानने को राज शेखर ने लिखा था और ये गाना अरिजित सिंह ने गाया है।

Next Story