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तमिल सितारे अलग-अलग अंदाज में पहुंचे वोट डालने, कमल हासन दोनों बेटियों के साथ तो थलापति विजय साइकिल चलाकर

Gulabi
6 April 2021 7:50 AM GMT
तमिल सितारे अलग-अलग अंदाज में पहुंचे वोट डालने, कमल हासन दोनों बेटियों के साथ तो थलापति विजय साइकिल चलाकर
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तमिलनाडु चुनाव 2021

तमिलनाडु और पुडुचेरी में आज यानी 6 अप्रैल को मतदान हो रहा है. तमिल फिल्म इंडस्ट्री के कई सुपरस्टार अपना वोट डालने के लिए वोटिंग बूथ पर पहुंच चुके हैं. तमिल फिल्म इडंस्ट्री के सितारे अलग-अलग अंदाज में वोट डालने के लिए पहुंचे हैं. कमल हासन(kamal Haasan) अपनी दोनों बेटियों श्रुति और अक्षरा के साथ पहुंचे तो वहीं साउथ के स्टार थलापति विजय (Thalapathy Vijay) साइकिल चलाकर वोट डालने के लिए पहुंचे हैं. साउथ के सेलेब्स की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.

भीड़ से बचने के लिए कई सुपरस्टार सुबह ही वोट डालने के लिए पहुंच गए थे. कई सेलेब्स ने आम लोगों की तरह लाइन में लगकर वोट डाला. उन्होंने अपने सेलिब्रिटी स्टेटस का फायदा नहीं उठाया. एक्टर सूर्या ने अपने पिता शिवकुमार और छोटे भाई कार्ति के साथ लाइन में लगकर अपनी बारी आने का इंतजार किया और उसके बाद वोट डाला.
यहां देखिए एक्टर सूर्या की तस्वीरें:

तमिल सेलेब्स ने मीडिया के लिए पोज किया इतना ही नहीं उन्होंने वोट डालने के बाद अंगुली पर लगी साही भी फैंस को दिखाई. वहीं कुछ फैंस ने अपने फेवरेट स्टार के साथ सेल्फी भी क्लिक करवाई.
सुपरस्टार थलापति विजय साइकिल चलाकर पोलिंग स्टेशन तक गए. विजय को साइकिल पर देखकर उनके फैंस काफी खुश हए. उनकी तस्वीरें और वीडियो काफी वायरल हो रही हैं. फैंस को विजय का ये अंदाज काफी पसंद आया है.


थलापति विजय की वीडियो:

साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत भी अपना वोट डालने के लिए पहुंचे. उन्होंने अपनी प्राइवेसी का खास ख्याल रखा इतना ही नहीं वह भीड़ से बचने की कोशिश कर रहे थे. अपनी फेवरेट पार्टी को वोट करने से पहले रजनीकांत से यह सुनिश्चित किया कि वह मीडिया से दूर ही रहें.


रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिलने से नाराज हैं कमल हासन
कुछ समय पहले रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Award) देने का ऐलान किया था. इस बीच दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार कमल हासन (Kamal Haasan) के फैंस ने अपनी नाराजगी जाहिर की है, जिसके बाद एक बार फिर से रजनीकांत को दादासाहेब पुरस्कार देने की केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं.


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