x
जब आपसी रिश्तों के राज और असुरक्षित भावनाएं पनपती हैं तब असल धागों का रंग पता चलता है और यही है फिल्म की दास्तान।
एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर फिल्म 'गुलमोहर' को लेकर चर्चा में बनी हुई है। इस फिल्म से एक्ट्रेस 11 साल बाद पर्दे पर वापसी कर रही है। हाल ही में शर्मिला ने एक इंटरव्यू में बताया है कि उनके पोते तैमूर और जेह अली खान को फिलहाल फिल्में देखने की इजाजत नहीं है।
शर्मिला से पूछा गया कि उनके ग्रैंडकिड्स ऑनस्क्रीन उन्हें देखकर कैसे रिएक्ट करते हैं। इसपर एक्ट्रेस ने कहा कि इनाया ने उन्हें एक बार स्पेशल मैसेज के साथ बधाई दी थी। हालांकि, शर्मिला टैगोर की जो फिल्म इनाया ने देखी है। वह अभी तक रिलीज नहीं हुई है। दर्शक इस पर किस तरह उसपर रिएक्ट करेंगे, यह नहीं पता। तैमूर और जेह को फिल्में देखने की इजाजत नहीं है। जब वे उन्हें ऑन-स्क्रीन देखेंगे, तो यह अलग होगा लेकिन फिलहाल वो फिल्में नहीं देखते हैं। वहीं सारा अली खान और इब्राहिम बड़े हो गए है। वह फिल्में देखते हैं उन्हें अच्छी लगती हैं, क्योंकि उनके पास 'अच्छा' कहने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होता।
'गुलमोहर' की बात करें तो इस फिल्म में शर्मिला टैगोर के अलावा मनोज बाजपेयी, अमोल पालेकर, सूरज शर्मा और सिमरन ऋषि बग्गा अहम भूमिका में हैं। 'गुलमोहर' पूरी तरह से एक पारिवारिक फिल्म है, जिसकी कहानी मल्टी जेनरेशन, बत्रा फैमिली के इर्द गिर्द घूमती है जो अपने 34 साल पुराने पारिवारिक घर को छोड़कर कहीं और जाने के लिए तैयार हैं।
यही हालात उन्हें अपने रिश्तों की मजबूती को फिर से परखने का मौका देते हैं। जो एक वक्त, एक सूत्र में बंधा था। जब आपसी रिश्तों के राज और असुरक्षित भावनाएं पनपती हैं तब असल धागों का रंग पता चलता है और यही है फिल्म की दास्तान।
Next Story