स्वरा भास्कर हुई ट्रोल, सीनियर IPS अफसर ने दिया तगड़ा जवाब, जानिए पूरा मामला
फाइल फोटो
अहमदाबाद: अक्सर विवादों में घिरने वाले एक्टर स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) एक बार फिर अपने बयान की वजह से ट्रोल हो गई हैं. दरअसल गुजरात (Gujarat) की एक कोर्ट ने उचित सबूत न मिलने पर 122 लोगों को 20 साल बाद बरी कर दिया है. इस मामले को मुस्लिमों से जोड़ते हुए स्वरा ने सांप्रदायिक टिप्पणी की, जिसके बाद सीनियर IPS अधिकारी अरुण बोथरा (Arun Bothra) ने उनके कानूनी ज्ञान पर सवाल उठाते हुए निर्दोष साबित होने और उचित सबूत न मिलने के बीच का अंतर समझाया.
1. Court took 20 years to decide. This doesn't mean they were in jail for 20 years. All of them were on bail.
— Arun Bothra (@arunbothra) March 7, 2021
2. There is difference between false charges & charges not proved. It's not same.
Not justifying agony due to delay in judicial process. But half truths are dangerous. https://t.co/DW3IrBs6fV