गुरदासपुर से बीजेपी सांसद सनी देओल लंबे समय से अपने लोकसभा क्षेत्र में नजर नहीं आए हैं लेकिन उन्होंने महिंद्रा कंपनी के डीलर को पत्र लिखकर कहा कि जितनी जल्दी हो सके सुजानपुर से विधायक दिनेश कुमार बब्बू की बेटी को थार गाड़ी की डिलीवरी की जाए. सनी देओल द्वारा लिखी गई यह चिट्ठी वायरल हो गई है. इसको लेकर लोगों ने सनी देओल के खिलाफ नाराजगी जताई. दरअसल, सांसद सनी देओल के द्वारा यह चिट्ठी इसी साल के 12 फरवरी 2021 में लिखी गई थी. सूत्रों के अनुसार थार गाड़ी की बुकिंग होने पर छह महीनें बाद गाड़ी की डिलीवरी हो रही है. लेकिन विधायक की बेटी को जल्दी थार गाड़ी चाहिए थी, इस लिए सनी देओल ने महिंद्रा कंनपी को थार जल्दी देने के लिए चिट्ठी लिखी थी.
इस संबंध में जब सनी देओल के पीए पंकज जोशी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विधायक की बेटी को गाड़ी लेनी थी, इसलिए और भी रिकंमेडेशन लगती है तो सांसद ने भी अपनी लैटर लगा दी थी. उन्होंने कहा कि यह लेटर फरवरी महीने की है और जिस गाड़ी के लिए उन्होंने यह चिट्ठी लिखी थी वो गाड़ी भी नहीं ली गई. उन्होंने कहा कि यह चिट्ठी रद्द कर दी गई है और अब करीब 6 महीनों बाद शरारती तत्वों द्वारा यह चिट्ठी वायरल कर दी गई है. पंकज जोशी ने कहा कि शरारती तत्वों द्वारा चिट्ठी तो वायरल की गई है लेकिन वे यह नहीं बताएंगे कि सुजानपुर को सांसद सनी देओल द्वारा 1 करोड़ रुपए रुपए का फंड भी जारी किए गया है.
दिनेश खोसला, संजीव कुमार और नरिंदर कुमार नाम के युवकों ने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि सांसद सनी देओल ने गुरदासपुर को याद किया. उन्होंने कहा कि हमने लोकसभा में उन्हें सांसद बनाकर भेजा था कि वे हमारे अधूरे काम को पूरा करेंगे लेकिन जब से सनी देओल सांसद बने हैं, गुरदासपुर, बटाला और पठानकोट के लोगों से एक बार भी नहीं मिलने आए. कोविड के दौरान भी सनी देओल ने लोगों का हाल तक नहीं पूछा. उन्होंने कहा कि भले ही सनी देओल ने लोगों के लिए कुछ नहीं किया है, लेकिन सनी देओल अपने विधायक और उनकी बेटी के बारे में जरूर सोचा है. सांसद ने कभी भी बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से किसानों के बारे में बात नहीं की.