दक्षिण भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध आर्ट डायरेक्टर सुनील बाबू का 50 साल की उम्र में हुआ निधन
दिल्ली: दक्षिण भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध आर्ट डायरेक्टर सुनील बाबू का निधन हो गया है। सुनील बाबू 50 साल के थे। निर्देशक ने बैंगलोर डेज, गजनी समेत कई बड़ी फिल्मों पर काम किया था। इस समय वह थलपति विजय की फिल्म 'वरिसू' के लिए चर्चाओं में थे। आर्ट डायरेक्टर के निधन की जानकारी फिल्मकार अंजलि मेनन ने दी है, जिसके बाद पूरी फिल्म इंडस्ट्री गमगीन हो गई है।
सुनील बाबू का 50 साल की उम्र में गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तीन दिन पहले उनके पैर में सूजन की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सुनील बाबू ने मलयालम, तेलुगू, तमिल और हिंदी में आर्ट डायरेक्टर और प्रोडक्शन डिजाइनर के रूप में भी काम किया। उन्होंने आर्ट डायरेक्टर साबू सिरिल के सहायक के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश किया था। सुनील बाबू को कई अवॉर्ड्स मिल चुके हैं। सुनील बाबू ने दक्षिण भारतीय फिल्म के साथ ही हिंदी फिल्में 'सिंह इज किंग', 'एमएस धोनी', 'पा', 'लक्ष्य', 'स्पेशल 26' जैसी तमाम बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में अपने काम का जौहर दिखाया है। इसके अलावा सुनील ने हॉलीवुड फिल्म 'रोज' के लिए आर्ट डायरेक्शन भी किया है।
सुनील बाबू के निधन पर साउथ सिनेमा के बड़े-बड़े सेलेब्स जैसे अंजलि मेनन, दुलकर सलमान शोक व्यकत कर रहे हैं। दुलकर सलमान ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर सुनील की एक तस्वीर साझा करते हुए एक दुखभरा नोट भी लिखा है। आपको बता दें, दुलकर सलमान ने सुनील के साथ 'बैंग्लोर डायरीज' और 'सीता रामम' जैसी फिल्मों में काम किया है।