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अब्दु रोजिक की दुश्मन बनीं सुंबुल और प्रियंका, नॉमिनेशन टास्क के बाद बदली हवा

Neha Dani
26 Oct 2022 5:10 AM GMT
अब्दु रोजिक की दुश्मन बनीं सुंबुल और प्रियंका, नॉमिनेशन टास्क के बाद बदली हवा
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इमरान ने आगे कहा कि वह मार्च के उद्देश्य को स्पष्ट करना चाहते हैं क्योंकि उनके ऊपर गैर-जिम्मेदार होने के आरोप लग रहे हैं।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने हकीकी आजादी मार्च का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि 28 अक्टूबर को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ समर्थक लाहौर के लिबर्टी चौक से इस्लामाबाद के लिए कूच करेंगे। लाहौर में इमरान खान ने कहा कि यह मार्च सुबर 11 बजे लिबर्टी चौक से शुरू होगा और वे खुद इसका नेतृत्व करेंगे। उधर, पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने धमकी दी है कि इमरान खान ने आजादी मार्च निकाली तो इस्लामाबाद में सेना को तैनात किया जाएगा। पाकिस्तानी सेना भी पहले ही हिदायत दे चुकी है कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस रैली का मकसद शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ लोगों का समर्थन जुटाना है।
लाहौर से इस्लामाबाद तक होगी रैली
इमरान खान ने कहा कि यह हकीकी आजादी के लिए हमारा मार्च है और इसकी कोई समय सीमा नहीं है। हम जीटी रोड से इस्लामाबाद पहुंचेंगे और देश के हर हिस्से से पाकिस्तानी इस्लामाबाद पहुंचेंगे। इमरान ने दावा किया कि मैं भविष्यवाणी कर रहा हूं कि यह देश के इतिहास में लोगों का सबसे बड़ा जमावड़ा होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि लॉन्ग मार्च राजनीतिक नहीं बल्कि पाकिस्तान के भविष्य के लिए युद्ध है। यह राजनीति से परे कुछ है, यह इन चोरों से आजादी की लड़ाई है जो हम पर थोपी गई है। यह जिहाद तय करेगा कि देश किधर जाएगा।
इमरान ने बताया रैली का उद्देश्य
मार्च की मांगों पर विस्तार से बताते हुए इमरान खान ने कहा कि हम केवल एक चीज चाहते हैं: "देश का नेतृत्व कौन करेगा, इसका फैसला जनता का है। हम चाहते हैं कि लोग निर्णय लें। आज मैं पूरे देश से अपील कर रहा हूं कि आपको यह तय करना होगा। उन्होंने कहा कि विरोध शांतिपूर्ण होगा। हम कानून तोड़ने या रेड जोन में नहीं जाने वाले हैं। इस्लामाबाद में जो कुछ भी होगा, अदालतों ने हमें जो अनुमति दी है, उसके अनुसार होगा। हमने सभी को शांतिपूर्ण रहने के निर्देश दिए हैं और हम दिखाएंगे कि राष्ट्र कहां खड़ा है।
सरकार पर लगाया हिंसा का आरोप
पीटीआई प्रमुख ने कहा कि हमने पहले लॉन्ग मार्च की योजना बनाई थी। हमने 25 मई को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया लेकिन उन्होंने हम पर हिंसा की। और अगर मैंने इसे बंद नहीं किया होता तो अगले दिन वास्तव में देश में दंगे हो रहे होते और खून बिखरा होता। इसलिए, अपने देश को बचाने और अराजकता को रोकने के लिए, मैंने इसे बंद कर दिया। इमरान ने आगे कहा कि वह मार्च के उद्देश्य को स्पष्ट करना चाहते हैं क्योंकि उनके ऊपर गैर-जिम्मेदार होने के आरोप लग रहे हैं।

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