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खास रिपोर्ट: हादसों और हिफाजत के बीच बॉलीवुड फिल्मों में बढ़े एक्शन सीन्स

Neha Dani
11 Dec 2021 7:16 AM GMT
खास रिपोर्ट: हादसों और हिफाजत के बीच बॉलीवुड फिल्मों में बढ़े एक्शन सीन्स
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उसके और क्या तरीके हैं। स्टंट को लेकर मेरे अंदर जो डर है वो अच्छा डर है।’

फिल्मों में अक्सर हम सितारों को ऊंची इमारतों या हवाई जहाज से छलांग लगाते, धधकती आग और तेज रफ्तार गाड़ियों के बीच से निकलने जैसे कई एक्शन स्टंट करते हुए दिखते हैं। दर्शकों में रोमांच भर देने वाले इन दृश्यों को फिल्माना निर्माताओं व कलाकारों के लिए आसान नहीं होता। आने वाले दिनों में हीरोपंती 2, धाकड़, अटैक और बच्चन पांडे समेत कई एक्शन फिल्में रिलीज होने की कतार में हैं। फिल्मों में एक्शन दृश्य गढ़ने की चुनौतियों, सुरक्षा प्रबंध, एक्शन से कलाकारों के लगाव जैसे पहलुओं की पड़ताल कर रहे हमारे संवाददाता प्रियंर्का सिंह व दीपेश पांडेय।

फिल्मों के सेट पर निर्माता निर्देशक सुरक्षा को लेकर यथासंभव सावधानियां बरतते हैं। फिर भी कभी मशीनों की कमी से तो कभी लोगों के बीच आपसी तालमेल की गड़बड़ी की वजह से दुर्घटनाओं की खबरें आती रहती हैं। वर्ष 1983 में रिलीज फिल्म 'कुली' की शूटिंग के दौरान हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन को फाइट सीन शूट करते वक्त पुनीत इस्सर का मुक्का लगा। जिसके कारण अमिताभ को गंभीर चोट आई, उन्हें महीनों अस्पताल में रहना पड़ा। वर्ष 1996 में रिलीज हुई फिल्म 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' की शूटिंग के दौरान ज्यादा वजन उठाने की वजह से अक्षय कुमार की गर्दन में चोट आ गई। उसके बाद उन्हें विदेश जाकर इलाज कराना पड़ा। वर्ष 2004 में रिलीज फिल्म 'खाकी' की शूटिंग में जीप द्वारा टक्कर लगने से ऐश्वर्या राय बच्चन की टांग टूट गई थी। उसी साल रिलीज फिल्म 'युवा' की शूटिंग के दौरान एक स्टंटमैन ने संतुलन खोकर मोटरसाइकिल सीधे विवेक ओबेराय के पैरों पर चढ़ा दी। जिससे विवेक को काफी चोटें आईं। साल 2013 में रिलीज हुई फिल्म 'शूटआउट एट वडाला' की शूटिंग के दौरान गलती से अनिल कपूर द्वारा चलाई एक गोली जान अब्राहम की गर्दन को छूते हुए निकल गई।
इस हादसे में जान बाल-बाल बचे
डर सबको लगता है: कलाकार भले ही जान पर खेलकर स्टंट सीन करें, लेकिन डर तो उन्हें भी लगता है। इस बारे में अक्षय कुमार का कहना है, 'भले ही मैं बड़े-बड़े स्टंट्स करता हूं, लेकिन मुझे थोड़ी ऊंचाई से भी छलांग लगाने में डर लगता है। स्टंट करते समय अतिआत्मविश्वास घातक होता है। जैसे शरीर में अच्छा-बुरा कोलेस्ट्राल होता है, वैसे ही स्टंट्स को लेकर डर भी अच्छा-बुरा दोनों होता है। अच्छा डर यह होता है कि आप छलांग लगाने से पहले सुरक्षा के इंतजामों की जांच कर लेते हैं। क्या मैं सही जगह पर कूद रहा हूं, कहीं पानी या केले का छिलके जैसी चीजें तो नहीं हैं, लैंडिंग साफ्ट है या उसके और क्या तरीके हैं। स्टंट को लेकर मेरे अंदर जो डर है वो अच्छा डर है।'


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