जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बिहार विधानसभा चुनाव का दूसरे चरण का मतदान आज हो रहा है, लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर सोनू सूद की एक तस्वीर पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें वे एक पोस्टर हाथ में लिए दिख रहे हैं. पोस्टर पर लिखा है- 'मतदान करें पलायन मुक्त बिहार के लिए. तेजस्वी भव: बिहार.' फोटो तेजी से वायरल हुई तो इस चुनावी सरगर्मी के बीच चर्चाएं शुरू हुई, लेकिन क्या ये वाकई सच है.
सोनू सूद ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचने में मदद की और इसलिए वह बिहारी मजदूरों को लेकर काफी चर्चाओं में रहे. चुनाव के पहले चरण के दौरान सोनू सूद ने एक ट्वीट किया. 28 अक्टूबर को उन्होंने ट्वीट किया, उन्होंने लिखा- 'जिस दिन हमारे बिहारी भाइयों को घर छोड़ कर दूसरे राज्य नहीं जाना पड़ेगा. जिस दिन दूसरे राज्य के लोग बिहार में काम ढूंढने आएंगे, उस दिन देश की जीत होगी. वोट के लिए बटन उंगली से नहीं दिमाग से लगाना.'
वायरल फोटो का सच जानने के लिए उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को खंगाला गया तो पाया कि न तो सोनू सूद ने कोई ट्वीट किया और न ही कोई पोस्ट शेयर किया है.
28 अक्टूबर को किए गए ट्वीट में उन्होंने पलायन का मुद्दा उठाया था. इस ट्वीट में सोनू ने तेजस्वी को वोट देने की अपील नहीं की है. वहीं, गूगल पर अलग-अलग की-वर्ड सर्च करने से भी हमें इंटरनेट पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिससे पुष्टि होती हो कि सोनू सूद ने तेजस्वी यादव के लिए वोट मांगा है.
अगर हम फोटो को ध्यान से देखा जाए तो साफ तौर पर देखें तो पाएंगे कि किसी दूसरे पोस्टर के ऊपर बिहार चुनाव का पोस्टर लगाकर एडिटिंग की गई है. फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में हमें सोनू की यही फोटो मिली. इसमें सोनू बिहार चुनाव का पोस्टर नहीं, बल्कि एक पेंटिंग रखे हुए हैं. फोटो देखने पर साफ हो रहा है कि ये एडिटेड नहीं है.
ये तस्वीर जमशेदपुर के कलाकार अर्जुन दास ने सोनू सूद द्वारा लॉकडाउन में मजदूरों के हित में किए प्रयासों को कैनवास पर उकेरा था. अर्जुन ने मुंबई जाकर सोनू को अपनी वही पेंटिंग उपहार में दी थी. साफ है कि इसी फोटो को एडिट कर झूठी खबर फैलाई जा रहा है.