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सोनी राजदान ने किया आलिया-रणबीर का बचाव, इस फैसले के खिलाफ थी सुष्मिता की मां, पिता ने की मदद

SANTOSI TANDI
28 Aug 2023 7:01 AM GMT
सोनी राजदान ने किया आलिया-रणबीर का बचाव, इस फैसले के खिलाफ थी सुष्मिता की मां, पिता ने की मदद
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इस फैसले के खिलाफ थी सुष्मिता की मां, पिता ने की मदद
एक्ट्रेस आलिया भट्ट और एक्टर रणबीर कपूर की जोड़ी को बॉलीवुड की सबसे प्यारी जोड़ियों में से एक माना जाता है। दोनों को ही चाहने वालों की कमी नहीं है। फैंस उन्हें दिलो-जान से प्यार करते हैं। ऐसे में उन्हें लेकर कोई छोटी से छोटी बात भी हो जाए तो उन्हें चुभ जाती है। हाल ही में आलिया ने एक वीडियो में बताया था कि रणबीर को तभी से उनका लिपस्टिक लगाना पसंद नहीं है, जब वे उनके बॉयफ्रेंड थे। रणबीर उनकी लिपस्टिक पोछ दिया करते थे क्योंकि उन्हें आलिया के होठों का नेचुरल कलर ज्यादा पसंद है।
इस बयान के बाद सोशल मीडिया यूजर्स आलिया और रणबीर को ट्रोल करने लगे। अब आलिया की मां सोनी राजदान उनके बचाव में आगे आई हैं। सोनी ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "कैंसिल कल्चर यह पागलपन तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। लोग दूसरे लोगों के लिए तय कर रहे हैं कि उनकी जिंदगी में क्या गलत है और फिर हर कोई इस या किसी और चर्चा में कूद पड़ता है, जिसका उनकी जिंदगी से कोई लेना-देना नहीं है। हम लोग कितने मजाकिया वक्त में जी रहे हैं।"
हालांकि सोनी ने सीधे-सीधे आलिया या रणबीर का नाम नहीं लिखा, लेकिन उनका इशारा अच्छी तरह से समझा जा सकता है। बता दें कि आलिया-रणबीर के साथ यह पहली बार नहीं है जब उन्हें पब्लिक में ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा है। उल्लेखनीय है कि आलिया को हाल ही में उनकी फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल फिल्म अवार्ड मिला है।
सुष्मिता ने मात्र 24 साल की उम्र में लिया दो बच्चियों को गोद
एक्ट्रेस सुष्मिता सेन 18 साल की उम्र में फेमिना मिस इंडिया बनीं और फिर उन्होंने 77 देशों की कंटेस्टेंट्स को हराकर मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम किया था। सुष्मिता ने मात्र 24 साल की उम्र में दो बच्चियों रेनी और अलिसा को गोद लेने का फैसला लेकर सभी को चौंका दिया था। उनकी मां इसके खिलाफ थीं, लेकिन उनके पिता ने कुछ ऐसा कर दिया कि मां की भी न चली। सुष्मिता ने बेटियों की खातिर आज तक शादी भी नहीं की है।
सुष्मिता ने ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे के साथ बातचीत में कहा कि मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के दौरान मुझे अनाथालयों का दौरा करना पड़ा। ये एक इमोशनल अटैचमेंट था, जब मैं सोच रही थी कि कोई मां बनना चाहता है वहीं कोई बच्चा है जिसे मां की जरूरत है। मैं सालों से जर्नी कर रही थी। मेरे आस-पास कई बच्चे रहते थे। यही वो पल था जब मैंने सोचा कि मैं मां बनने के लिए तैयार हूं। मेरी मां मेरे फैसले के खिलाफ थीं।
वो बोलती थीं कि तुम खुद बच्ची हो तुम किसी बच्ची का ध्यान कैसे रख पाओगी। फिर पिता ने मेरा साथ दिया। वो श्योर थे। वो इसके लिए राजी थे, जिसके बाद अदालत ने मुझे रेनी की कस्टडी दे दी। उनके बिना मैं ये नहीं कर पाती...मेरे पिता ने उनकी प्रॉपर्टी का आधा हिस्सा रेनी के नाम कर दिया था। मेरे लिए उनका ऐसा करना शॉकिंग था। रेनी जब घर आई तो उसकी तबीयत काफी खराब थी। मेरे पिता ही वो व्यक्ति थे जो उसे हॉस्पिटल लेकर गए थे।
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