सोनाक्षी सिन्हा ने किसानों के लिए शेयर की भावुक कविता, सोशल मीडिया में खूब हुई वायरल
जनता से रिश्ता बेवङेस्क | कृषि कानूनों को लेकर एक लंबे समय से किसान विरोध कर रहे हैं. समाज के अलग-अलग वर्गों से लेकर नेता, राजनेता, अभिनेता सब लोग इस आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. बॉलीवुड सेलेब्स की इस आंदोलन पर अलग अलग तरह की प्रतिक्रियाएं फैंस को देखने को मिली हैं. कुछ लोग इसके समर्थन में खड़े हैं तो कोई इसे साजिश बता रहा है. पॉप सिंगर रिहाना के इस आंदोलन पर ट्वीट के बाद सेलेब्स ने एकता दिखाते हुए ट्वीट किए कि ये भारत का अंदर का मामला है. अब इसी बीच अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने किसानों के लिए एक कविता पढ़ी है जो खूब वायरल हो रही है.
सोनाक्षी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. ट्विटर को अलविदा कहने के बाद से एक्ट्रेस अब इंस्टाग्राम के जरिए अपने विचार फैंस के सामने पेश करती हैं. हाल ही में एक्ट्रेस ने किसानों के लिए वरद भटनागर द्वारा लिखी गई इस बेहद भावुक कविता को पढ़ते हुए इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है. इस कविता का शीर्षक है 'क्यों'.
सोनाक्षी कविता पढ़ती हैं
सोनाक्षी ने एक वीडियो शेयर किया और इसके बैकग्राउंड में वह कविता को पढ़ रही हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए एक्ट्रेस ने लिखा है कि नजरें मिलाके खुद से पूछो- क्यों?' उन्होंने आगे लिखा है कि यह कविता उन हाथों को समर्पित है जिनकी वजह से हम रोज भोजन करते हैं.
क्यों, सब पूछते हैं क्यों हम सड़कों पर उतर आए हैं।
खेत खलिहान के मंजर छोड़े, क्यों बंजर शहरों में घुस आए हैं
ये माटी, बोरी, हसिया, दरांती वाले हाथ, क्यों हमने राजनीति के दलदल में सनवाए हैं
दही, मक्खन और गुड़ वालों ने क्यों इरादे मशालों से सुलगाए हैं
अरे बूढ़ी आंखों, नन्हें कदमों ने क्यों ये दंगे भड़काए हैं
दंगे, ये तुम्हें दंगे दिखाई देते हैं, क्यों
अपने ही हिस्से की रोटी खाना जायज नहीं है, क्यों
मक्के की रोटी, सरसों का साग, वैसे तो बड़े चटकारे लेते हो
अब उन्हीं के खातिर ये सब करना ठीक नहीं है, क्यों
नजरें मिलाकर जरा खुद से पूछो, क्यों
सोनाक्षी की ये कविता सोशल मीडिया पर काफी पसंद की जा रही है. दबंग एक्टर सोनाक्षी सिन्हा अक्सर सामाजिक मुद्दों पर खुलकर विचार रखती नजर आती हैं. सोनाक्षी लगातार किसानों के मुद्दे पर बोलती नजर आई हैं. 26 जनवरी की हिंसा के बाद दिल्ली एनसीआर में इंटरनेट बंद किए जाने को लेकर भी सोनाक्षी ने खुलकर अपनी बात रखी थी.