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नई दिल्ली (आईएएनएस)। गायिका और गीतकार रश्मीत कौर ने कहा कि हमारे देश की आजादी का जश्न मनाने वाली देशभक्ति की धुनें उनकी संगीत यात्रा की नींव का एक बड़ा हिस्सा हैं। गायिका ने स्वतंत्रता दिवस के अपने बचपन के पलों को याद किया।
गायिका रश्मीत की संगीत यात्रा छह साल की उम्र में अपनी मां से गुरमत संगीत और हारमोनियम सीखने से हुई।
स्वतंत्रता दिवस के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं बच्ची थी तो स्वतंत्रता दिवस से पहले सभी देशभक्ति गीतों का अभ्यास करती थी।
उन्होंने बताया कि जब मैं तीसरी कक्षा में थी तो मंच पर मेरा पहला प्रदर्शन 'ऐ मेरे वतन के लोगों' था, जिसे सुनकर दर्शकों की आंखें नम हो गईं थी।
रश्मीत ने कहा कि हमारे देश की आजादी का जश्न मनाने वाली देशभक्ति की धुनें मेरी संगीत यात्रा की नींव का एक बड़ा हिस्सा बन गई। एक छोटी उम्र में मुझे समझ आ गया था कि गीतों के माध्यम से अपने देश पर गर्व का क्या मतलब है।
मैंने सोचा कि आजादी के लिए हमारे नायकों को इसकी क्या कीमत चुकानी पड़ी होगी।
रश्मीत ने आगे कहा कि जहां शब्द विफल हो जाते हैं वहां संगीत बोलता है। यह कहावत उनके लिए सच रही है।
उन्होंने कहा कि देशभक्ति गीत सुनना और गाना मेरे जीवन का एक खूबसूरत पल था। मुझे उम्मीद है कि संगीत बच्चों और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।
रश्मीत ने 'सा रे गा मा पा' 2012 में भाग लिया था। 2018 में वह अमेजन प्राइम ऑरिजिनल म्यूजिक रियलिटी शो "द रीमिक्स" की पहली विजेता बनीं।
वह 'ठुमकेश्वरी', 'बजरे दा सिट्टा', 'जी करदा' टाइटल ट्रैक, 'घाना कसूता', 'जानिए' और अपने नवीनतम गीत 'दिल खंजर' जैसे गानों के लिए जानी जाती हैं।
रश्मीत फिलहाल स्टंट रियलिटी शो 'खतरों के खिलाड़ी 13' का हिस्सा हैं। फिल्म निर्माता रोहित शेट्टी का यह शो कलर्स पर प्रसारित होता है।
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