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वे विमान के ऐसे हिस्से में बैठे थे जहां वे ब्लास्ट से बच गए।
टोरंटो: 1985 के एयर इंडिया बम विस्फोट (Air India Bomb Blast) मामले में बरी किए जा चुके बिजनेसमैन और सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक (Ripudaman Singh Malik) की कनाडा के सरे इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना स्थानीय समयानुसार शुक्रवार सुबह 9 बजे की है, जब वह अपने ऑफिस जा रहे थे। हत्यारों ने उनकी कार भी जला दी। रिपुदमन सिंह ने इस साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। उन्होंने पत्र लिखकर सिख समुदाय के लिए मोदी सरकार की तरफ से उठाए गए अभूतपूर्व कदमों के लिए आभार व्यक्त किया था। दावा किया जा रहा है कि मलिक की हत्या इसी के चलते की गई है।
पंजाबी मूल के कनाडाई सिख रिपुदमन सिंह पर कभी खालिस्तानी होने का आरोप लगा था। 1985 में एयर इंडिया कनिष्का बम विस्फोट मामले को लेकर उन पर लंबे समय तक कनाडा में केस चला था। 2005 में उन्हें इस मामले में बरी कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि रिपुदमन सिंह ने खालसा क्रेडिट यूनियन की स्थापना की थी।
विमान हादसे में गई थी 331 यात्रियों की जान
22 जून, 1985 को एयर इंडिया का विमान कनाडा से दिल्ली के रवाना हुआ था। आयरिश हवाई क्षेत्र में आसमान में विमान में जोरदार विस्फोट हुआ और 331 यात्रियों की मौत हो गई। कनाडा में रहने वाले सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक को इस मामले में आरोपी माना गया और लंबे समय तक उन पर मुकदमा चला।
टुकड़े टुकड़े होकर सागर में जा गिरा था विमान
धमाके के वक्त एयर इंडिया का कनिष्क विमान लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे से करीब 45 मिनट की दूरी पर था। विमान में सवार 22 क्रू मेंबर सहित सभी 307 यात्री मारे गए। यात्रियों में ज्यादातर भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक थे। विस्फोट के बाद विमान टुकड़े टुकड़े होकर अटलांटिक महासागर में जा गिरा। कुछ यात्रियों के शव की जांच और मेडिकल चेकअप में पता चला कि उनकी मौत विस्फोट नहीं बल्कि समुद्र में डूबने के कारण हुई। वे विमान के ऐसे हिस्से में बैठे थे जहां वे ब्लास्ट से बच गए।
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