संजय लीला भंसाली की ओटीटी वेब सीरीज हीरामंडी द डायमेंड बाजार में शेखर सुमन के अभिनय को सिनेप्रेमियों से काफी तारीफ मिल रही है. एक्टर ने इस शो में ब्रिटिश राज के एक नवाब का किरदार निभाया है. जो मल्लिकाजान यानी मनीषा कोइराला के बेहद करीब हैं. हाल ही में एक इंटरव्यू में, शेखर ने इस बात पर अपने विचार रखते हुए खुलासा किया कि कैसे सेक्स वर्कर्स समाज में अपना योगदान देती हैं और समाज को सुरक्षित रखती हैं. हीरामंडी में नवाबों और तवायफों के बीच संबंध को दिखाया गया है.
हीरामंडी में नवाबों और तवायफों के बीच संबंधों को दर्शाया गया है. शेखर ने कहा कि सेक्स वर्कर्स को अक्सर सिर्फ यौनकर्मी समझ लिया जाता है. उन्होंने कहा, “यह समाज ही है जिसने उन्हें इस तरह बनाया है. शो में कई बार यह बताया गया है कि कोई भी महिला अपनी मर्जी से सेक्स वर्कर्स नहीं बनती. हालात अक्सर महिला को सेक्स वर्कर बनने पर मजबूर कर देते हैं. इन सबके बावजूद, समाज में उनका योगदान बहुत बड़ा है. भूख जो मर्दों का जो चैनलाइज़ होता है, उसकी वजह से समाज बचा रहता है.
शेखर ने आगे कहा, 'बच्चों को वहां भेजा जाता था, नवाब उनसे सीखते थे. हीरामंडी का योगदान बहुत बड़ा था, वह एक इंस्टीट्यूट थी, लेकिन हमने तवायफों को हमेशा एक अलग नजरिए से देखा है. वैश्या होने में कोई बुराई नहीं है. हीरामंडी में स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को भी दिखाया गया, जो महत्वपूर्ण था. वे गुमनाम, अज्ञात मर गये.
हीरामंडी की कहानी 1920-40 के दशक की है जब भारतीय स्वतंत्रता क्रांति जोरों पर थी. शेखर के अलावा, उनके बेटे अध्ययन सुमन ने सीरीज में नवाब जोरावर और युवा नवाब जुल्फिकार का किरदार भी निभाया है. इस महाकाव्य शो में मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, शर्मिन सहगल, ऋचा चड्ढा, संजीदा शेख और फरीदा जलाल महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाते हैं.