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शारिब हाशमी, सुनाया कैसा था 2008 से 2021 तक का स्ट्रगल

Rani Sahu
13 Jun 2021 5:41 PM GMT
शारिब हाशमी, सुनाया कैसा था 2008 से 2021 तक का स्ट्रगल
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आज वो खुश हैं कि इतनी कड़ी मेहनत करने के बाद दर्शकों ने उनका काम बेहद पसंद किया है

बॉलीवुड अभिनेता शारिब हाशमी (Sharib Hashm) पिछले कई दिनों से अपनी हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरिज "द फैमिली मैन 2" को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. उन्होंने अपने जीवन में खूब स्ट्रगल किया है. जिसके बाद उन्हें आज इंडस्ट्री में एक बड़ी पहचान मिल चुकी है. आज वो खुश हैं कि इतनी कड़ी मेहनत करने के बाद दर्शकों ने उनका काम बेहद पसंद किया है. "द फैमिली मैन 2" में एक्टर हमें खुफिया अधिकारी जे.के तलपड़े का किरदार निभाते हुए नजर आ रहे हैं. दर्शकों के साथ-साथ कई बॉलीवुड सितारों ने भी उनके काम को खूब पसंद किया है.

हाशमी ने इस विषय में पीटीआई के साथ खास बातचीत भी की है. अपनी इस सीरिज के बारे में बात करते हुए शारिब हाशमी ने कहा कि "इस सीरिज की पहली कड़ी ने ही इंडस्ट्री में बेंचमार्क स्थापित कर दिया था. जिस वजह से ये हमारे लिए बहुत फायदे का सौदा रहा. पहले सीजन में मुझे लोगों ने पहचाना और बहुत प्यार भी दिया. ये मेरे करियर में पहली बार हुआ है और मैं बेहद खुश भी हूं"
अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए एक्टर ने कहा, "मुझे उम्मीद नहीं थी कि ये मेरी उम्मीदों पर इस तरह से खरी उतरेगी और लोगों को इस कदर पसंद आएगी. सच कहूं तो एक अभिनेता पहचान के लिए भी खूब तरसता है, वो चाहता है कि लोग उसे उसके अभिनय से पहचाने, मैं भी अपनी पहचान के लिए कई दिनों से तरस रहा था. मैं खुद को लकी मानता हूं कि जे.के का किरदार मेरी झोली में गिरा और दर्शकों ने भी इसे खूब प्यार दिया.
कैसे हुई बॉलीवुड से पहचान
शारीब ने बताया कि उनके पिता अक्सर बॉलीवुड की पेज 3 पार्टियों में उन्हें लेकर जाया करते थे. जहां से उनके अंदर अभिनेता बनने का सपना जागा. उन्होंने बताया कि "बचपन में मैं अक्सर कहता था कि "मैं हीरो बनना चाहता हूं' मुझे एक्टिंग और सब कुछ समझ में नहीं आता था, मैं पार्टियों और मुहूर्त दोनों में जाया करता था. उस वक्त तक सब कुछ बहुत आकर्षक दिखाई देता था. लेकिन जब मुझे लोगों ने बताया कि हीरो बनने के लिए मेरी लंबाई पर्याप्त नहीं है, तब में थोड़ा टूट जरूर गया था लेकिन, मैंने सोचा कि पर्दे के आगे नहीं तो पीछे ही सही, एक लेखक के रूप में मैंने खुद को टेलीविजन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया.
आपको बता दें, हाशमी ने अभिनय की शुरुआत 'एमटीवी बकरा' कार्यक्रम से की थी, जिसके बाद हमने उन्हें सीधे फिल्म निर्माता डैनी बॉयल की ऑस्कर विजेता फिल्म 'स्लमडॉग मिलियनेयर' में देखा. वो इस फिल्म में एक झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले शख्स का किरदार निभाते हुए नजर आए थे. जिसके बाद उनकी फिल्म 'हाल-ए-दिल' रिलीज हुई, जिसके बाद उन्होंने सिर्फ अभिनय पर ही ध्यान दिया, क्योंकि उस दौरान तक वो लगातार लोगों के लिए लिख भी रहे थे. इस बीच उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ी और लगातार ऑडिशन देना शुरू किया. लेकिन कुछ काम नहीं आया.
एक्टर ने बताया कि उनके जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव आते ही रहे, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी उस दौरान उन्हें हर दिन रिजेक्शन का सामना करना पड़ रहा था. मेरी सारी बचत भी खत्म हो चुकी थी. जिस वजह से उन्हें लेखक के रूप में टेलीविजन पर लौटने के लिए मजबूर किया. लेकिन जल्द ही उनकी किसमत फिर एक बार चमकी और उनके हाथ आई यश चोपड़ा की 2012 की रोमांस ड्रामा 'जब तक है जान' वहीं उसी साल उनकी फिल्म 'फिल्मिस्तान' भी रिलीज हुई. इस फिल्म में एक्टर ने मुख्य भूमिका निभाई थी. लेकिन पहचान उन्हें 'द फैमिली मैन' से ही मिली.


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