बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान (Sara Ali Khan) अपनी एक्टिंग के अलावा सादगी और चुलबुले अंदाज के लिए भी जानी जाती हैं। हालांकि, कई बार अपने इस तरह के व्यवहार के लिए वह ट्रोल्स के निशाने पर भी आ जाती हैं। ऐसा ही एक बार फिर हुआ है, जब वह अपने छोटे भाई इब्राहिम अली खान (Ibrahim Ali Khan) को भीड़ से बचाते और कार में बैठाते हुए नजर आईं।
सारा अली खान भाई इब्राहिम को भीड़ से बचाकर कार में बैठाती आईं नजर
दरअसल, जब सारा अली खान अपनी मां अमृता सिंह और भाई इब्राहिम अली खान के साथ एक मूवी डेट पर गई थीं, तब थिएटर से निकलते ही पैपराजी ने उन्हें घेर लिया था। इस दौरान, सारा अपने भाई इब्राहिम को भीड़ से बचाकर कार में बैठाती हुई नजर आई थीं। वीडियो में सारा को अपने भाई को बुलाते हुए और भीड़ के बीच से निकालकर उन्हें कार के अंदर बैठाते हुए देखा जा सकता है।
इस दौरान, जहां इब्राहिम धक्का दिए जाने और खींचे जाने से नाराज थे, वहीं सारा उन्हें कुछ जगह देने के लिए लोगों से विनती कर रही थीं। इतना ही नहीं, इब्राहिम के कार में बैठने के बाद जब सारा ने कार का दरवाज़ा बंद किया, तो वह पैप्स के लिए पोज़ देते हुए कहती दिखीं, "मेरा छोटा भाई है।"
इब्राहिम को बच्चों की तरह ट्रीट करने पर ट्रोल हुईं सारा
जैसे ही 'Reddit' यूजर ने वीडियो पोस्ट किया, नेटिज़ंस ने सारा अली खान को उनके व्यवहार के लिए ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा, "जब आप पहले से ही ओवरएक्टिंग (फिल्मों में) कर रही हैं, तो ओवरएक्ट (रियल में) कैसे करें।" एक अन्य नेटिज़न ने सारा से अजीब व्यवहार बंद करने के लिए कहा, क्योंकि उनका भाई बच्चा नहीं है।
यूजर ने कमेंट में लिखा, "वह ऐसे नाटक कर रही हैं, जैसे वह तैमूर की उम्र का है। इब्राहिम एक बड़ा आदमी है!" वहीं, एक अन्य ने लिखा, "6 फीट का लड़का है एब्स के साथ, जिसे वह फ्लॉन्ट करता रहता है.. मुझे लगता है कि सारा की मदद के बिना भी वह कार तक जा सकता था।'' हालांकि, कुछ नेटिजंस ने सारा की तारीफ भी की कि कैसे उन्होंने अपने भाई का ख्याल रखा।
जब सारा ने अपनी फिल्मों की सफलता पर की थी बात
एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान मीडिया से बातचीत में सारा ने अपनी फिल्मों की सफलता के बारे में बात की थी और कहा था कि उनके लिए फिल्म तभी सफल होती है, जब वह उनकी मां अमृता और भाई इब्राहिम को पसंद आती है। उनके शब्दों में, “तब मानसिक सफलता होती है, जब मेरी मां और मेरे भाई को मेरा काम पसंद आता है। मुझे अपने काम पर गर्व है। अंततः, वास्तव में आंतरिक सफलता उस दिन आती है, जब आपको पता चलता है कि आपने अपना 100 प्रतिशत दे दिया है। हर दिन अपना 100 प्रतिशत देने में सक्षम होना ही एकमात्र ऐसी सफलता है जो स्थिर है