संजय लीला भंसाली की प्रेम कहानियां दिल को छू लेती हैं. अधूरा प्रेम और विरह उनकी फिल्मों के प्रमुख विषय रहे हैं. उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर करिश्मा भी दिखाती रही हैं. फिर वह चाहे 'देवदास' का शराबी देव हो या 'हम दिल दे चुके सनम' का मस्तमौला समीर या 'गोलियों की रासलीला राम-लीला' के राम और लीला. हर किसी का प्रेम अधूरा रह जाता है. लेकिन फिल्में हिट हो जाती हैं. ऐसा ही कुछ 'बाजीराव मस्तानी' में भी दिखा था. रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण के ऑनस्क्रीन इश्क ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था. प्रेम और दर्द के ये डायरेक्टर आज 59 साल के हो गए हैं. मशहूर फिल्म डायरेक्टर का जन्म 24 फरवरी, 1963 को हुआ था.
इस बात का खुलासा भी हो चुका है कि उनकी फिल्मों में प्रेम, दर्द और विरह का कॉम्बिनेशन क्यों इतना देखने को मिलता है. संजय लीला भंसाली ने कुछ समय पहले दिए अपने इंटरव्यू में इस बात को माना था कि वे रिलेशनशिप में थे लेकिन वह चल नहीं सका. उन्होंने माना था कि संभवतः उनकी जिंदगी 'अधूरी' हो सकती है लेकिन 'दुखभरी' नहीं है. जब संजय लीला 50 साल के हुए थे, उन्होंने कहा था, 'प्रेम, दर्द, जुनून और इनसे जुड़ी हर बात ने मुझे वह बनाया जो मैं आज हूं. मैंने जुनून भरी प्रेम कहानियां बनाई हैं क्योंकि मेरी जिंदगी में प्यार नहीं है. मेरी आर्ट मेरी जिंदगी के अधूरेपन को भरने का काम करती है. बेशक मेरी जिंदगी अधूरी हो सकती है लेकिन यह दुखभरी नहीं है.'
दिलचस्प यह कि संजय लीला भंसाली ने इस इंटरव्यू में सलमान खान को अपने दिल के काफी करीब बताया था. सलमान खान संजय लीला भंसाली के साथ 'खामोशी' और 'हम दिल दे चुके सनम' जैसी फिल्में बना चुके हैं. 'खामोशी' हालांकि सफल नहीं हो सकी थी लेकिन इसे क्रिटिकली काफी सराहा गया था. बतौर डायरेक्टर ये उनकी पहली फिल्म थी. 25 फरवरी को संजय लीला भंसाली की फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' रिलीज होने जा रही है.