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नेटफ्लिक्स की पहली अरबी फिल्म पर बवाल, लड़की के अंडरवियर उतारने के सीन से लोगों में गुस्सा

jantaserishta.com
1 Feb 2022 12:24 PM GMT
नेटफ्लिक्स की पहली अरबी फिल्म पर बवाल, लड़की के अंडरवियर उतारने के सीन से लोगों में गुस्सा
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जानिए पूरा विवाद।

नेटफ्लिक्स की पहली अरबी फिल्म को लेकर मिस्र (Egypt) में भारी विवाद छिड़ गया है. मिस्र के अलावा मध्य-पूर्व के देशों में फिल्म के कई दृश्यों को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. लोग कह रहे हैं कि ये फिल्म पारिवारिक और धार्मिक मूल्यों के लिए खतरा है. फिल्म पर समलैंगिकता और अश्लीलता को बढ़ावा देने का आरोप लगा है जिसे लेकर लोगों का कहना है कि ये अरब समाज को भ्रष्ट करने वाला है.

क्या है फिल्म में कथित आपत्तिजनक?
फिल्म के कई सीन को लेकर लोगों को आपत्ति है. फिल्म के एक दृश्य में एक लेबनानी पिता अपनी किशोर बेटी से कहता है कि वो इस बात का फैसला करने के लिए स्वतंत्र है कि वो अपने प्रेमी के साथ सेक्स करना चाहती है या नहीं.
एक दूसरे सीन में मिस्र की एक पत्नी डिनर के लिए बाहर जाने से पहले अपने कपड़ों के नीचे से अपने अंडरवियर को उतार देती है. वो जिससे मिलने जाती है वो उसका पति नहीं बल्कि कोई और व्यक्ति होता है. इस सीन को लेकर लोग कड़ी आपत्ति जाहिर कर रहे हैं.
फिल्म के एक और सीन में एक आदमी खुलासा करता है कि वो समलैंगिक है. ये बात उसने अपने दोस्तों से लंबे समय से छुपा रखी थी. जब उसके दोस्त ये सुनते हैं तो हैरान रह जाते हैं लेकिन फिर अधिकतर दोस्त उसके गे होने को स्वीकार लेते हैं.
इटली की मशहूर फिल्म की रीमेक है विवादित फिल्म
नेटफ्लिक्स पर ये फिल्म 'Ashab Wala A'azz'(No Dearer Friends) नाम से रिलीज की गई है. ये फिल्म इटली की हिट फिल्म 'Perfect Strangers' का अरबी रीमेक है. इस फिल्म को कई अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में बनाया गया है.
फिल्म सात दोस्तों की कहानी है जो एक डिनर पार्टी के इर्द-गिर्द घूमती है. पार्टी की होस्ट सबसे एक गेम में हिस्सा लेने को कहती है, जिसके बाद सब एक-दूसरे से अपने सभी कॉल, टेक्स्ट और वॉयस मैसेज को शेयर करने के लिए राजी होते हैं. लेकिन इससे सभी के राज सामने आने लगते हैं. इससे सभी के रिश्तों की कठिन परीक्षा शुरू होती है.
'हमारे लिए ये एक सांस्कृतिक झटका है'
फिल्म को लेकर छिड़े विवाद ने कलात्मक स्वतंत्रता बनाम सामाजिक और धार्मिक संवेदनशीलता पर अरब क्षेत्र में बहस को फिर से शुरू कर दिया है. अरब समाज में समलैंगिक पात्रों को दिखाने की अनुमति नहीं है और इसे सेंसर किया जाता है.
लेकिन एक विडंबना ये है कि मध्य-पूर्व में नेटफ्लिक्स पर कई गैर-अरबी फिल्में और सीरीज देखी जाती है जिसमें समलैंगिकता, शादी से पहले सेक्स और एक्सट्रा मेरिटल अफेयर्स और यहां तक ​​​​कि न्यूडिटी होती है. इस क्षेत्र के सिनेमाघरों में इस तरह का कंटेंट प्रतिबंधित है लेकिन नेटफ्लिक्स के जरिए लोग इसे देखते हैं.
नेटफ्लिक्स की पहली अरबी फिल्म में किसी तरह की न्यूडिटी नहीं है. करीब डेढ़ घंटे की इस फिल्म में कुछ लोग डिनर टेबल पर बैठकर केवल बातें करते दिखे हैं. लेकिन लोगों का कहना है कि अरबी में इस तरह की फिल्म बनाकर अरब के अभिनेताओं ने अपनी सीमा लांघी है.
37 वर्षीय एल्हम ने विषय की संवेदनशीलता को देखते हुए अपना पूरा नाम न छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी एपी से कहा, 'मुझे लगता है कि अगर ये एक सामान्य विदेशी फिल्म होती तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन क्योंकि ये एक अरबी फिल्म है, इसलिए हम इसका बहिष्कार करते हैं. हम अपने समाज में समलैंगिकता या शादी से पहले सेक्स संबंधों की इजाजत नहीं देते हैं इसलिए जो हुआ वो एक सांस्कृतिक झटका है.'
मिस्र में वर्जित है समलैंगिता
मिस्र में समलैंगिकता वर्जित है. प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा 2013 के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि देश में 95% लोगों का कहना है कि इसे समाज द्वारा खारिज कर दिया जाना चाहिए. वहीं लेबनान में, उस समय ऐसा मानने वालों की संख्या 80 % थी.
फिल्म के कलाकार ज्यादातर लेबनान के प्रसिद्ध एक्टर्स हैं और फिल्म को लेबनान के परिदृश्य में ही शूट किया गया है. लेबनान में भी फिल्म की आलोचना की जा रही है हालांकि फिल्म को वहां से कई सकारात्मक समीक्षाएं भी मिली हैं. प्रशंसकों ने कहा कि ये फिल्म रूढ़िवादिता से दूर गे कैरेक्टर्स और धोखा देने वाले पार्टनर्स पर बात करती है.
लेबनान के एक पत्रकार रबीह फरान ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'अरबी लोगों में सच्चाई से नफरत करने जैसा कुछ नहीं है.'
यह पहली बार नहीं है जब अरबी भाषा की किसी फिल्म में समलैंगिक चरित्र दिखाए गए हैं. 2006 की फिल्म 'The Yacoubian Building' में मिस्र के ए-लिस्टर एक्टर्स ने समलैंगिक किरदार निभाया था. इस फिल्म को लेकर भी काफी विवाद हुआ था. लेकिन फिल्म के अंत में गे किरदाग का पार्टनर उसे गोली मार देता है. कई लोगों ने इसे गे किरदार के सजा के तौर पर देखा और तब जाकर मामला शांत हुआ था.
लेकिन नेटफ्लिक्स की अरबी फिल्म में समलैंगिक चरित्र को नकारात्मक नहीं दिखाया गया है. फिल्म में दिखाया गया है कि उसका एक सहकर्मी उन सभी बॉस को बेनकाब करने के लिए प्रोत्साहित करता है जिन्होंने उसे उसके सेक्सुअल पहचान के लिए प्रताड़ित किया था.
अंडरवियर वाले सीन पर सबसे अधिक बवाल
मिस्र में लोग इस बात को लेकर सबसे अधिर आपत्ति जता रहे हैं कि एक मिस्र की एक्टर ऐसे दृश्य कैसे फिल्मा सकती है. मोना जाकी मिस्र की बड़ी स्टार हैं. उनका किरदार एक सीन में अपने अंडरवियर निकालते हुए दिखाया गया है. इस दृश्य को आलोचकों ने आपत्तिजनक बताया है.
सोशल मीडिया पर लोग मोना को निशाना बना रहे हैं और वो भयंकर ऑनलाइन अब्यूज झेल रहीं हैं. कुछ लोग उनके पति को भी निशाना बना रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने ऐसे सीन के लिए अपनी पत्नी को इजाजत कैसे दी.
फिल्म को लेकर भड़के मिस्र के सांसद
इस फिल्म पर मिस्र के सांसद मुस्तफा बेकरी ने कड़ी आपत्ति जताई है और उन्होंने नेटफ्लिक्स को मिस्र में बैन करने की मांग की है. एक लोकप्रिय टीवी शो पर बात करते हुए मुस्तफा बेकरी ने तर्क दिया कि इसके जरिए मिस्र और अरब के पारिवारिक मूल्यों को निशाना बनाया जा रहा है.
उन्होंने कहा, 'यह न तो कला है और न ही रचनात्मकता.... हमें नेटफ्लिक्स को मिस्र में अस्थायी रूप से ही सही लेकिन बैन कर देना चाहिए.'
लेकिन इसी शो के दौरान कला समीक्षक मैग्डा मौरिस ने सांसद की बातों से असहमति जताई. उन्होंने कहा, 'ये फिल्म उजागर करती है कि मोबाइल फोन लोगों के जीवन को कितना प्रभावित करते हैं. अब आप किसी भी चीज पर प्रतिबंध नहीं लगा सकते हैं, लेकिन आप अच्छे आर्ट के जरिए उसका सामना कर
सकते हैं. किसी चीज को बैन करना अब बीते दिनों की बात हो गई है.'
फिल्म के समर्थन में क्या बोले लोग
इन आलोचनाओं के बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो फिल्म का समर्थन कर रहे हैं. मिस्र की 43 वर्षीय फातिमा कमाल ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि ये फिल्म समलैंगिक संबंधों को बढ़ावा दे रही है. फातिमा ने तर्क दिया कि पहले भी मिस्र में ऐसी फिल्में बनी हैं जिनमें समलैंगिता को इससे कहीं अधिक खुलकर दिखाया गया है.
फातिमा कहतीं हैं, 'फिल्म उन मुद्दों को छूती है, जिनका सामना करने से समाज इनकार करता है, लेकिन समाज में ऐसी बातें होती हैं. हम सभी का एक स्याह पक्ष है और हम सबके पास कुछ राज हैं.'
कमाल, जिनका एक 12 साल का बेटा है, ने भी इस विचार को खारिज कर दिया कि फिल्म अरब युवाओं को भ्रष्ट कर देगी.
उन्होंने कहा, 'तकनीक ने समाज को बदल दिया है. फिल्मों को बैन करना कोई उपाय नहीं है. समाधान के लिए हम ये कर सकते हैं कि फिल्मों को एज रेटिंग के हिसाब से देखें और युवाओं को समझाएं कि स्क्रीन पर हम जो कुछ भी देखते हैं वो ठीक नहीं है.'
नेटफ्लिक्स ने इस पूर विवाद पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.


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