
हिंदी सिनेमा में अक्सर किरदार की मांग पर कई अभिनेताओं को महिलाओं का चोला पहनते देखा गया है, कुछ एक्ट्रेस ने भी पुरुषों की तरह किरदार अदा किए हैं लेकिन शायद ही कोई अभिनेत्री रही हो जिसने रोहिणी हट्टंगड़ी की तरह खुद को पूरी तरह से पुरुष के किरदार में ढाला हो। 11 अप्रैल 1955 को जन्मी रोहिणी हट्टंगड़ी ने अपने अभिनय के करियर में कई किरदार अदा किए और पुरुष कि किरदार में एक अलग छाप छोड़ी है। महज 27 साल की उम्र में 74 वर्ष की बुजुर्ग का किरदार निभाकर रोहिणी हट्टंगड़ी ने अपने अभिनय का लोहा मनवा दिया था। उन्होंने अपनी जिंदगी में यादगार किरदार निभाए हैं और उन्हें इसके लिए कई पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है। तो चलिए उनके जन्मदिन के मौके पर जानते हैं, उनके बारे में कुछ खास बातें।
अपने करियर की शुरुआत मराठी सिनेमा से करने वाली रोहिणी हट्टंगड़ी कई सुपरहिट हिंदी फिल्मों में भी काम किया है। उन्होंने ऐतिहासिक फिल्म 'गांधी' में जब कस्तूरबा गांधी का रोल प्ले किया था, तो उस वक्त उनकी उम्र महज 27 साल थी, जबकि उन्होंने फिल्म में 74 साल की कस्तूरबा गांधी का किरदार निभाया था। उन्हें इस किरदार के लिए काफी सराहना भी मिली थी।
रोहिणी ने अपने अभिनय के करियर में कई यादगार रोल प्ले किए उनमें से एक था अग्निपथ में निभाया गया अमिताभ बच्चन की मां का रोल। इस किरदार से उन्हें एक अलग पहचान मिली थी। यहां तक कि फिल्म अग्निपथ के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था।
रोहिणी हट्टंगड़ी को उनके अभिनय के लिए एक नेशनल अवार्ड के साथ ही दो फिल्म फेयर और कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। कस्तूरबा बाई के रोल के लिए उन्हें बेफ्टा अवार्ड से भी सम्मानित किया जाता है। जानकारी के मुताबिक यह सम्मान पाने वाली वह इकलौती अभिनेत्री हैं।
साल 2019 में आई मराठी फिल्म 'वन्स मोर' में रोहिणी ने एक पुरुष का किरदार अदा किया है। वह इस कदर इस लुक में ढल गईं थीं कि उन्हें पहचाना बेहद मुश्किल है कि क्या वह वाकई महिला हैं। उनका यह लुक खूब वायरल हुआ था और उन्होंने इस किरदार के लिए काफी वाहवाही भी बटोरी। हाल ही में रोहिणी विद्या बालन की फिल्म जलसा में नजर आ चुकी हैं और आज भी उनकी गिनती अभिनय की दुनिया के दमदार कलाकारों में की जाती है।