सतीश मानशिंदे ने रिया की बेल के बाद एनडीटीवी को इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने रिया की 28 दिनों की दिनचर्या और तमाम डिटेल्स सभी के साथ शेयर की. सतीश मानशिंदे ने एक इंटरव्यू में रिया को 'बंगालन बाघिन' बताया और कहा कि अपनी छवि को ठीक करने के लिए बंगाल की बाघिन वापस लड़ेगी. जेल में रहने के दौरान रिया ने खुद को काफी सकारात्मक रखने की कोशिश की.
कैदियों को सिखाती थीं योगा
इस इंटरव्यू में सतीश मानशिंदे ने कहा, "मैं व्यक्तिगत रूप से इतने सालों के बाद एक क्लाइंट को देखने के लिए जेल गया था, क्योंकि जांच एजेंसियां उनके पीछे पड़ी थी और उन्हें परेशान किया जा रहा था. मैं यह देखना चाहता था कि वह जेल के भीतर किस स्थिति में रह रही थीं. यह देखना मेरे लिए सुखद था कि वह जेल के भीतर अच्छे से रह रही थीं. वह जेल में खुद की देखभाल करती थी. वह खुदके और जेल के कैदियों के लिए योग क्लासेज संचालित करती थीं. वह जेल में कैदियों को योगा सिखाया करती थीं. उन्होंने खुद को जेल के मुताबिक एडजस्ट कर लिया था, क्योंकि कोरोना महामारी के कारण उन्हें घर का खाना नहीं मिल सकता था. वह एक समान्य महिला की तरह ही कैदियों के साथ रहती थीं. एक आर्मी जवान की लड़की होने के नाते उन्होंने युद्ध जैसी परिस्थितियों का सामना किया और अब वह किसी भी व्यक्ति का सामना करने के लिए तैयार हैं, जो उन पर आरोप लगाने और उनके हितों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है."
मीडिया पर साधा निशाना
सतीश मानशिंदे ने मीडिया के एक हिस्से को लताड़ लगाते हुए कहा, "रिया उन सभी बेवकूफों से लड़ेंगी, जो उनकी छवि को खराब करने वाले बेशर्म लोग मेरे इंटरव्यू के लिए मेरे ऑफिस के बाहर लाइन लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग केवल टीआरपी के लिए रिया के पीछे पड़े थे. उन्होंने कहा कि रिया के पीछे पड़ने की वजह सिर्फ इतनी है कि सुशांत का परिवार उनसे बदला चाहता है. जहां तक रिया का सवाल है, मुझे नहीं पता किस वजह से, मगर ऐसा लगता है कि परिवार बदला लेना चाहता है. मैं शुरू से कहता आ रहा हूं कि सीबीआई, एनसीबी और ईडी रिया के पीछे इसलिए पड़ी है, क्योंकि वह सुशांत सिंह राजपूत की प्रेमिका थी, वह लिव-इन पार्टनर थी."
बता दें कि बॉम्बे उच्च न्यायालय के बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को बुधवार को सशर्त जमानत दिए जाने के बाद बाइकुला महिला जेल से रिहा कर दिया गया है. रिया के वकील सतीश मानेशिंदे ने कहा था कि वह करीब एक माह बाद अपने बिस्तर पर सो सकेगी. न्यायालय ने रिया को 10 दिनों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों के दफ्तर में उपस्थित होने और जांच अधिकारियों के समक्ष पासपोर्ट जमा करने का निदेर्श दिए हैं. रिया के अलावा दीपेश सावंत और सैमुअल मिरांडा को बुधवार को जमानत दे दी गई है.