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रितेश देशमुख 13 साल की बच्ची के बलात्कार से हुए तितर-बितर, कहा- ''रक्षक ही भक्षक बन जाए तो न्याय...'

Neha Dani
6 May 2022 9:24 AM GMT
रितेश देशमुख 13 साल की बच्ची के बलात्कार से हुए तितर-बितर, कहा- रक्षक ही भक्षक बन जाए तो न्याय...
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मामले की जांच डीआईजी स्तर पर की जा रही है और 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है।

बलात्कार भारत में महिलाओं के खिलाफ चौथा सबसे आम अपराध है। हर साल रेप के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। हर 16 मिनट में भारत में कहीं ना कहीं किसी लड़की का बलात्कार होता है। हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामना आया है। उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले की 13 साल की एक लड़की के साथ चार लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया और उसका अपहरण कर लिया।

मानवता को उस समय शर्मशार हुई जब रक्षक ने भक्षक बनते हुए यानि थाना प्रभारी ने भी सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाया। 13 साल की एक बच्ची से जिस तरह दरिंदगी हुई उसने कानून-व्यवस्था पर ना सिर्फ गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं बल्कि यह सोचने पर भी मजबूर कर दिया है कि यदि रक्षक ही भक्षक हो जाएंगे तो फिर न्याय मांगने लोग कहां जाएंगे?




जैसे ही ये खबर सामने आई तो हर किसी का इस पर गुस्सा फूटा। आम जनता से लेकर बाॅलीवुड स्टार्स ने इस पर अपना गुस्सा जाहिर किया। बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख ने हाल ही में एक स्टेशन हाउस अधिकारी द्वारा 13 वर्षीय लड़की के बलात्कार के खिलाफ आवाज उठाते हुए आरोपियों पर सख्त कार्यवाही की मांग की। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो आम जनता न्याय मांगने कहां जाएगी।
रितेश के ट्वीट को देखकर ऐसा लग रहा है कि वो इस घटना से काफी आहत हुए हैं और इसीलिए उन्होंने बच्ची के लिए न्याय की मांग की है। रितेश ने लिखा-'अगर यह सच है तो इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता। अगर रक्षक ही भक्षक बन गया तो लोग न्याय मांगने कहां जाएंगे? ऐसे लोगों को सड़कों पर फांसी देनी चाहिए। सरकार को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।'
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई 13 साल की किशोरी के साथ 27 अप्रैल को पाली थाने के एसओ तिलकधारी सरोज ने थाना परिसर में बने अपने आवास में दुष्कर्म किया था। किशोरी को थानाध्यक्ष ने उसकी मौसी के जरिए बयान दर्ज करने के बहाने बुलाया था। इसका खुलासा किशोरी द्वारा चाइल्ड लाइन को दिए गए बयान से हुआ था। इस मामले में मंगलवार को एसओ समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। एसओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। इसके अलावा थाने के अन्य सभी पुलिसकर्मियों को पहले ही ड्यूटी से निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच डीआईजी स्तर पर की जा रही है और 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है।

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