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RD Burman Death Anniversary : किसने दिया 'पंचम दा' नाम ?

Rohit Sharma
4 Jan 2022 7:57 AM GMT
RD Burman Death Anniversary : किसने दिया पंचम दा नाम ?
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महान संगीतकार राहुल देव (आरडी) बर्मन को आज 4 जनवरी 2022 को गुजरे हुए 28 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी दर्शको, सिनेमा प्रेमियों के दिलों पर राज करते हैं। बॉलीवुड को कई बेतहरीन गाने देने वाले आरडी बर्मन के ऐसे कई गाने हैं जिन्हें यंगस्टर्स आज भी पसंद करते हैं और गुनगुनाते रहते हैं। आरडी बर्मन को लोग प्यार से 'पंचम दा' के नाम से पुकारा करते थे। उनके इस नाम के पीछे एक मजेदार कहानी है। इसके अलावा ऐसा कहा जाता है कि एक बार आरडी बर्मन की 'हरे रामा, हरे कृष्णा' फिल्म के लिए तैयार की गयी संगीत रचना 'दम मारो दम' को सुनकर उनके पिता संगीतकार सचिन देव बर्मन इतने दुखी हुए थे कि रिकार्डिंग स्टूडियो से ही उठकर चले गए थे। तो देरी किस बात की..? आइए आज उनके स्मृति दिवस के मौके पर जानते हैं इसके पीछे की मजेदार कहानी।


लगभग 300 फिल्मों में संगीत दिया

आरडी बर्मन उन संगीतकरों में से एक हैं, जिन्होंने बॉलीवुड में संगीत की परिभाषा बदल दी थी। उन्होंने अपने करियर में 'क्या हुआ तेरा वादा', 'महबूबा', 'चुरा लिया है तुमने', 'ओ मेरे दिल के चैन' 'गिली गिली अख्खा' , 'हमने तुमको देखा जैसे सैकड़ों सुपरहिट गाने बनाए। आरडी बर्मन के बेहतरीन गाने 60 से 80 के दशक में वे सचमुच एक उन्माद में थे। करीब दो दशकों तक उन्होंने बॉलीवुड के संगीत की दुनिया पर राज किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पिता के सहायक के रूप में ही की थी। बाद में उन्होंने स्वतंत्र रूप से संगीत देना शुरू किया और अपने करियर के दौरान लगभग 300 फिल्मों में संगीत दिया। महज नौ बरस की उम्र में उन्होंने अपना पहला संगीत 'ऐ मेरी टोपी पलट के आ' को दिया, जिसे फिल्म 'फंटूश' में उनके पिता ने इस्तेमाल किया और उनके संगीत से सजी आखिरी फिल्म उनके मौत के बाद रिलीज हुई।


जानिए किसने दिया 'पंचम दा' नाम

जैसा की आप जानते हैं कि आरडी बर्मन को लोग 'पंचम दा'के नाम से पुकारते थे। उनके इस नाम के पीछे एक खास कारण था, लेकिन उससे पहले ये जान लीजिए कि आखिर उन्हें ये नाम दिया किसने? उन्हें 'पंचम' निक नेम देने वाले मशहूर और दिग्गज एक्टर अशोक कुमार(Ashok Kumar)थे। दरअसल, जब भी आर डी बर्मन किसी धूम को गुनगुनाते तो 'प' शब्द का ही इस्तेमाल करते थे। एक दिन अशोक कुमार ने ये बात नोटिस की और देखा कि सरगम यानि सा रे गा मा पा में 'प' पांचवे नंबर पर आता है। बस फिर क्या था अशोक कुमार उन्हें 'पंचम' ही कहने लगे। धीरे धीरे वो इसी नाम से फेमस हो गए। हालांकि जो आरडी बर्मन से बड़े थे वो 'पंचम' कहते और जो छोटे थे वो 'पंचम दा'।

' दम मारो दम' सुनकर पिता थे खफा?

महान संगीतकार एसडी बर्मन के बारे में कई अन्य रोचक और दिलचस्प जानकारियां खगेश देव बर्मन द्वारा लिखी गयी किताब 'एसडी बर्मन: दी वर्ल्ड ऑफ हिज म्यूजिक' में दी गयी हैं। इस किताब के अनुसार, आरडी बर्मन ने अपने पिता के विपरीत एकदम भिन्न शैली को अपनाया, लेकिन वह अपने पिता के प्रभाव से बच नहीं सके। सचिन दा ने आरडी को एक संगीतकार के रूप में संवारा था और उन्हें अलग-अलग तरह के साजों पर हाथ आजमाने को प्रोत्साहित किया। ऐसा कहा जाता है कि आरडी बर्मन की 'हरे रामा, हरे कृष्णा' फिल्म के लिए तैयार की गयी संगीत रचना 'दम मारो दम' को सुनकर उनके पिता संगीतकार सचिन देव बर्मन इतने दुखी हुए थे । जब कि 'एसडी बर्मन: दी वर्ल्ड ऑफ हिज म्यूजिक' किताब में इसके बारें कुछ और ही कहा बताया गया है। किताब के अनुसार, संगीतकार सचिन देव बर्मन ' दम मारो दम' गीत के संगीत से आहत नहीं थे, न ही यह बात उन्हें बुरी लगी थी कि उन्हें अब अपने बेटे के लिए रास्ता खाली करना पड़ेगा या लंबे समय से संबंध रखने वाले देव आनंद ने हरे रामा हरे कृष्णा के लिए उन्हें नजरअंदाज कर राहुल को अपना संगीत निदेशक बनाया था, बल्कि वह इस बात से दुखी थे कि उनके बेटे ने उन्हें त्याग दिया था।



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