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राखी सावंत ने शाहरुख खान को किया सपोर्ट! बताया फूंकने का मतलब, देखें video

Tulsi Rao
8 Feb 2022 6:31 PM GMT
राखी सावंत ने शाहरुख खान को किया सपोर्ट! बताया फूंकने का मतलब, देखें video
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लोगों ने एक्टर के इस नेक काम के लिए ट्रोल करना शुरू कर दिया. लेकिन अब उनके पक्ष में लोग उतर रहे हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान (Shahrukh Khan) का लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के अंतिम संस्कार में जाना महंगा पड़ गया. एक्टर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो फूंक मारते नजर आ रहे हैं. लेकिन लोगों ने एक्टर के इस नेक काम के लिए ट्रोल करना शुरू कर दिया. लेकिन अब उनके पक्ष में लोग उतर रहे हैं.

शाहरुख का वीडियो हुआ वायरल
शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) हाल ही लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के अंतिम विदाई में शामिल हुए. उनके साथ मैनेजर पूजा ददलानी (Pooja Dadlani) भी थीं. लता जी को श्रद्धांजलि देते हुए शाहरुख का एक वीडियो (Shah Rukh viral video) वायरल हुआ, जिसमें वह दुआ पढ़ने के बाद पार्थिव शरीर पर फूंक मारते नजर आ रहे थे. बाद में शाहरुख ने लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar funeral) के पार्थिव शरीर के पैर भी छूए. लेकिन इस वीडियो को देख सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई कि शाहरुख ने लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर पर थूका है.
राखी सावंत ने किया सपोर्ट
सोशल मीडिया पर लोग यह कहकर शाहरुख को बुरा-भला कहने लगे कि उन्होंने थूका है. इस पर विवाद बढ़ता देख उर्मिला मातोंडकर के बाद अब राखी सावंत (Rakhi Sawant) शाहरुख खान के सपॉर्ट में आई हैं. राखी सावंत ने उन लोगों पर गुस्सा निकाला जो शाहरुख खान की आलोचना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के पार्थिव शरीर पर थूका. राखी ने उन लोगों को शर्म करने के लिए कहा और साथ ही दुआ पढ़ने और फूंकने का मतलब भी समझाया.
राखी ने बताया फूंकने का मतलब
राखी सावंत (Rakhi Sawant) ने पैपराजी से बातचीत में कहा, 'जो लोग भी ये कर रहे हैं, उन्हें थोड़ी शर्म आनी चाहिए. जब दुआ पढ़ते हैं तो वहां पर फूंकते हैं. उन्होंने कोई थूका नहीं है. आप लोग जो भी ये कर रहे हो, गलत बात है. वो एक हस्ती हैं, हमारे लेजेंड हैं. और जब नमाज पढ़ते हैं तो उसके बाद फूंका जाता है. इसका मतलब है कि दुआ कबूल हुई. उनको फिर जन्नत में जगह मिलती है. आपको समझ में आ रहा है? तो ये सब गलत मत फैलाओ. शर्म करो. बहुत गलत बात है भाई, ऐसा मत करो. जीयो और जीने दो. सबका अलग-अलग तरीका होता है दुआ करने का. कोई हाथ जोड़ता है, कोई अल्लाह के आगे हाथ जोड़ता है तो कोई आशीर्वाद देता है.'
उर्मिला ने भी लिया पक्ष
उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) का भी इस मुद्दे पर रिऐक्शन आया. उन्होंने 'इंडिया टुडे' से बातचीत में कहा, 'एक समाज के तौर पर हम खत्म होते जा रहे हैं जिसमें किसी की दुआ को हम थूकना समझ लेते हैं. आप जिस एक्टर के बारे में बात कर रहे हैं वह दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. राजनीति इतने निचले स्तर पर आ चुकी है और यह दुखद है.'


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