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आदिपुरुष के VFX को लेकर निर्माताओं ने लिया बड़ा फैसला

Neha Dani
9 Oct 2022 2:06 AM GMT
आदिपुरुष के VFX को लेकर निर्माताओं ने लिया बड़ा फैसला
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इस पर मुकेश खन्ना ने कहा कि सेंसर बोर्ड हमारा माई-बाप नहीं है. वह सुप्रीम कोर्ट नहीं है.

निर्देशक ओम राउत की फिल्म आदिपुरुषक को लेकर बहस तेज है और राजनीति भी शुरू हो चुकी है. कई लोग मुखर विरोध कर रहे हैं, जबकि ओम राउत और फिल्म के राइटर मनोज मुंतशिर फिल्म के बचाव में टीवी चैनलों पर जा-जाकर इंटरव्यू दे रहे हैं. जिसमें दोनों मिलकर तमाम विवाद पर अपनी सफाई पेश कर रहे हैं. 500 करोड़ रुपये की फिल्म का टीजर रिलीज होने के बाद इसमें भगवान राम और सीता तथा हनुमान के किरदारों के चित्रण पर आपत्ति से लेकर लंकापति रावण के लुक पर भी लोगों ने सवाल खड़े किए हैं. मगर इन सबके बीच मेकर्स ने साफ कर दिया है कि चाहे लोगों को वीएफएक्स अच्छे लगे हों या न लगे हों, हम इन किरदारों का लुक बदलने वाले नहीं हैं.

जो टीजर में दिखा, वही फिल्म में
मीडिया में निर्माताओं के खेमे से आ रही खबरों में कहा जा रहा है कि मेकर्स ने तय कर लिया है कि फिल्म के वीएफएक्स वही रहेंगे, जो टीजर में दिखे. यूट्यब पर भले ही बहुत तीखी आलोचना हुई हो, लेकिन थ्री डी टीजर देखने वाले चुनिंदा लोगों ने निर्माताओं को फिल्म की सफलता का विश्वास दिलाया है. अतः मेकर्स कह रहे हैं कि फिल्म के विजुअल्स में कोई बदलवा नहीं किया जाएगा. उधर ओम राउत का तर्क है कि हम नई पीढ़ी के लिए फिल्म बनाई है, जो मार्वल फिल्में देखती है. जिसने स्पाइडर मैन, आयरन मैन, द लॉर्ड ऑफ द रिंग्स देखी हैं. आदिपुरुष के माध्यम से हम नई पीढ़ी को रामायण दिखा रहे हैं. अगर हम उनकी भाषा में बात नहीं करेंगे तो नई पीढ़ी कंटेंट को नहीं समझ पाएगी.
इसमें विदेशी हाथ नहीं
राउत ने कहा है कि कोई विदेशी स्टूडियो फिल्म से नहीं जुड़ा है. ऐसे में यह आरोप गलत हैं कि हिंदू देवताओं का इस्लामीकरण करने की कोशिश हुई है. उन्होंने कहा कि यह फिल्म हम भक्तिभाव से बना रहे हैं और फिल्म में वीएफएक्स का काम कर रहे सारे स्टूडियो, छोटे या बड़े, सभी भारतीय हैं. इस बीच मुंबई में राज ठाकरे की मनसे से ओम राउत को समर्थन दिया है. जबकि बीआर चोपड़ा के सीरियल महाभारत में भीष्म पितामह के रोल से लोकप्रिय मुकेश खन्ना ने फिल्म के टीजर पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि हमारे देवी-देवताओं का अपमान करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती. जो लोग कहते हैं कि सेंसर बोर्ड फिल्म पास करता है तो किसी को क्या परेशानी होनी चाहिए, इस पर मुकेश खन्ना ने कहा कि सेंसर बोर्ड हमारा माई-बाप नहीं है. वह सुप्रीम कोर्ट नहीं है.

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