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पत्नी को याद कर इमोशनल हुआ पॉलिटिशियन, लिखा- ''आज दिल से उसे याद कर रहा हूं''

Neha Dani
13 Dec 2021 10:13 AM GMT
पत्नी को याद कर इमोशनल हुआ पॉलिटिशियन, लिखा- आज दिल से उसे याद कर रहा हूं
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सुहागिन की तरह सजाया जाए। उनकी आखिरी इच्छा को पूरी करते हुए स्मिता के शव को सुहागिन की तरह सजाया गया था।

मशहूर दिवंगत एक्ट्रेस स्मिता पाटिल की आज डेथ एनवर्सरी हैं। 34 साल पहले अचानच एक्ट्रेस की मौत ने सबको हैरान कर दिया था। आज भी उनके चाहने वाले कई मौकों पर उन्हें याद करते रहते हैं। वहीं 13 दिसंबर को उनकी डेथ एनवर्सरी के मौके पर एक्टर राज बब्बर ने अपनी दिवंगत पत्नी की याद में एक दिल को छू लेने वाला पोस्ट लिखा है।

राज बब्बर ने अपनी पत्नी स्मित पाटिल की एक खूबसूरत तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- स्मिता एक नेक आत्मा थीं - 'कुछ ऐसा जो उनके शिल्प में इतनी स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता था। उसकी एक आकर्षक उपस्थिति थी, लेकिन जो बात सबसे अलग थी वह थी उसका संवेदनशील स्व। अपने छोटे से समय में, उन्होंने कई लोगों के जीवन को छुआ और हमेशा एक अमिट छाप छोड़ी। आज दिल से उसे याद कर रहा हूँ।' राज बब्बर का ये पोस्ट देख हर कोई इमोशनल हो रहा है और फैंस कमेंट कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।


बता दें, राज बब्बर ने फिल्म वारिस में पत्नी स्मिता पाटिल के साथ काम किया था। प्रतिभाशाली एक्ट्रेस स्मिता पाटिल ने अपने लगभग एक दशक तक चले करियर में लगभग 80 फिल्मों में काम किया था। हिंदी के अलावा उन्होंने मराठी, गुजराती, मलयालम और कन्नड़ जैसी कई भाषाओं में फिल्में की थीं।
स्मिता पाटिल को राजनेता राज बब्बर के साथ रिश्ते के लेकर काफी आलोचनाएं सहनी पड़ी थी। स्मिता की मां भी उनके और राज बब्बर के रिश्ते को लेकर नाराज थी, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी और 80 के दशक में राज बब्बर के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी। राज ने कहा था वो अपनी पहली पत्नी को तलाक देकर, उनसे शादी कर लेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ आखिरी समय में राज और स्मिता के रिश्ते इतने अच्छे नहीं थे और अपने बेटे प्रतीक बब्बर के जन्म के 15 दिन पर बाद उनकी मौत हो गई थी।
स्मिता की जीवनी लिखने वाली मैथिली राव कहती हैं कि स्मिता को वायरल इंफेक्शन की वजह से ब्रेन इंफेक्शन हुआ था। वो अपने बेटे को छोड़कर जाना नहीं चाहती थीं। जब ये इंफेक्शन बहुत ज्यादा बढ़ गया तो उन्हें जसलोक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। स्मिता के अंग एक के बाद एक फेल होते चले गए। स्मिता की आखिरी इच्छा था कि जब उनकी मृत्यु हो जाएगी तो उन्हें सुहागिन की तरह सजाया जाए। उनकी आखिरी इच्छा को पूरी करते हुए स्मिता के शव को सुहागिन की तरह सजाया गया था।
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