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नवाजुद्दीन पर पुलिस ने मामला दर्ज से किया इंकार, आलिया ने सीएम एकनाथ शिंदे से लगाई गुहार

Neha Dani
5 March 2023 8:26 AM GMT
नवाजुद्दीन पर पुलिस ने मामला दर्ज से किया इंकार, आलिया ने सीएम एकनाथ शिंदे से लगाई गुहार
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बिजली का बिल, सब कुछ ठप पड़ा है। बच्चों को पढ़ाई के लिए दुबई भेजने के बजाय उन्हें अच्छे संस्कार देना जरूरी है।"
एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी इन दिनों प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। पत्नी आलिया सिद्दीकी ने नवाजुद्दीन और उनके परिवार पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया है। इसी सिलसिले में हाल ही में जब वह पुलिस के पास गई, तो पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से इंकार कर दिया। इसके बाद आलिया ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से गुहार लगाई है।
आलिया ने नवाजुद्दीन पर रेप के गंभीर आरोप लगाए थे और कहा कि उन्होंने उन्हें सात दिन तक कमरे में बंद रखा और खाना तक नहीं दिया। इस मामले में में वह वर्सोवा पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने पहुंची। हालांकि, वर्सोवा पुलिस ने नवाज के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं की। जिसके बाद आलिया ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया।
वीडियो में आलिया मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मामले को देखने की गुहार लगा रही हैं और कह रही हैं, "नवाजुद्दीन अपनी शक्ति और धन का उपयोग करके बच्चों को मुझसे दूर करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस भी उसके खिलाफ शिकायत लेने को तैयार नहीं है। मैंने नवाज के खिलाफ छह शिकायतें दर्ज कराई हैंं, लेकिन गंभीर आरोपों के बावजूद वर्सोवा पुलिस ने उनके खिलाफ एक भी शिकायत दर्ज नहीं की है।"
आलिया ने बताया, "नवाज का कहना है कि हम पति-पत्नी नहीं बल्कि लिव-इन में रहते हैं। अगर हम लिव इन में रह रहे थे तो नवाज ने मेरा रेप किया है। नवाज ने मुझ पर नजर रखने के लिए बंगले के चारों ओर 8-10 सुरक्षाकर्मी तैनात कर रखे हैं। हर जगह कैमरे लगे हुए हैं। उसने मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज की है।"
आलिया ने आगे कहा, "मेरे बैंक खाते में जीरो रुपए हैं। एक शख्स जो एक फिल्म के लिए 8-10 करोड़ रुपए चार्ज करता है, उसकी पत्नी के पास पैसे नहीं हैं। उसने कभी भी मेरी और बच्चों की ज़रूरतों को पूरा नहीं किया। उन्होंने नवाज और मेरे द्वारा शेयर किया गया फ्लैट किराए पर लिया है। इसलिए मैं वहां रहने भी नहीं जा सकती। क्या पति के घर में रहना गलत है? उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए दुबई भेजा। लेकिन दुबई में मकान का किराया, बिजली का बिल, सब कुछ ठप पड़ा है। बच्चों को पढ़ाई के लिए दुबई भेजने के बजाय उन्हें अच्छे संस्कार देना जरूरी है।"
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