जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसपर कंगना रनौत ने ट्वीट किया है। अर्नब को सपोर्ट करते हुए कंगना ने लिखा है कि सोनिया सेना को इतना गुस्सा क्यों आता है? हमें आजादी का कर्ज चुकाना है।
कंगना लिखती हैं, "पप्पू प्रो को इतना गुस्सा क्यों आता है? पेंगुइन को इतना गुस्सा क्यों आता है? सोनिया सेना को इतना गुस्सा क्यों आता है? अर्नब सर, इन्हें बाल खींचने दें। हमारे खुलकर बोलने पर हमला करने दें। फांसी लगने से पहले इनके चेहरों पर मुस्कुराहत आने दें। आजादी का कर्ज चुकाना है।"
इसके साथ ही कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को मुंहतोड़ जवाब दिया है। कंगना रनौत का कहना है कि मैं महाराष्ट्र सरकार से यह पूछना चाहती हूं कि आपने आज अर्नब गोस्वामी के घर में जाकर उनको मारा है, उनके बाल नोचे हैं, उनपर हमला किया है, कितने घर तोड़ेंगे आप? और कितने गले दबाएंगे? कितनी आवाजें बंद करेंगे आप? सोनिया सेना कितने मुंह बंद करेंगे आप? यह मुंह बढ़ते ही जाएंगे।
बता दें कि अर्नब गोस्वामी को महाराष्ट्र सीआईडी ने 2018 में इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक की मौत की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार में लिया है। एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के मुताबिक, अर्नब को अलीबाग ले जाया गया है।
एएनआई के मुताबिक, अर्नब गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने उनके ससुर, सास, बेटे और पत्नी के साथ मारपीट की है। रिपब्लिक टीवी पर जो वीडियो चल रहे हैं, उसमें दावा किया जा रहा है कि पुलिस अर्नब से बदसलूकी करती दिख रही है।
Arnab Goswami says that Mumbai Police physically assaulted his mother-in-law and father-in-law, son and wife. Mumbai police also assaulted Arnab Goswami as per video played out on Republic TV
— ANI (@ANI) November 4, 2020
(Screenshot of Republic TV) pic.twitter.com/kFaDoopAAh
किस मामले में हुई कार्रवाई
दरअसल, यह मामला 2018 का है। 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने मई 2018 में अलीबाग में आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद एक सुसाइड नोट मिला था, जो कथित तौर पर अन्वय द्वारा लिखा गया था। इस सुसाइड नोट में उन्होंने कहा था कि अर्नब गोस्वामी और दो अन्य ने उन्हें 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया, जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा।