एंटरटेनमेंट : खल नायक के 30 साल साल 1993 में रिलीज हुई सुभाष घई की फिल्म 'खलनायक' आज भी संजय दत्त और माधुरी दीक्षित की सबसे मशहूर फिल्म मानी जाती है। फिल्म का आइटम सॉन्ग 'चोली के पीछे क्या है', जो उस दौर का क्लासिक कल्ट आइटम था, जब रिलीज हुआ तो काफी विवाद हुआ। जबल अर्थ शब्दों से परिपूर्ण यह गीत उस युग में रुढ़िवादी सोच की दीवार से बाहर नहीं निकल सका। हर कोई गाने पर आपत्ति जता रहा था. माधुरी दीक्षित के नाम पर देश में हंगामा मच गया था. यह फिल्म खलनायक का पहला गाना था जो लोगों के सामने बजाया गया। गाने के बोल सुनते ही लोगों का खून खौल उठा। एक तरफ जब इस गाने को लेकर लोगों में गुस्सा था, तब महज एक हफ्ते में गाने के एक करोड़ कैसेट बिक गए थे, जो उस वक्त एक रिकॉर्ड था. फिल्म रिलीज होने तक इस गाने को लेकर मेकर्स को भारी जन विरोध का सामना करना पड़ा था. माधुरी को सिनेमा की बेहतरीन एक्ट्रेस और डांसर माना जाता है. लेकिन 'चोली के पीछे क्या है' में उनके अंदाज ने लोगों को हैरान कर दिया था. तब माधुरी ने पहली बार ऐसा गाना और डांस किया था, जो उनके टैलेंट से कोसों दूर था. फिल्म में उनके किरदार का नाम गंगा था, जो पौराणिक कथाओं के अनुसार पवित्रता का नाम माना जाता है।आज भी संजय दत्त और माधुरी दीक्षित की सबसे मशहूर फिल्म मानी जाती है। फिल्म का आइटम सॉन्ग 'चोली के पीछे क्या है', जो उस दौर का क्लासिक कल्ट आइटम था, जब रिलीज हुआ तो काफी विवाद हुआ। जबल अर्थ शब्दों से परिपूर्ण यह गीत उस युग में रुढ़िवादी सोच की दीवार से बाहर नहीं निकल सका। हर कोई गाने पर आपत्ति जता रहा था. माधुरी दीक्षित के नाम पर देश में हंगामा मच गया था. यह फिल्म खलनायक का पहला गाना था जो लोगों के सामने बजाया गया। गाने के बोल सुनते ही लोगों का खून खौल उठा। एक तरफ जब इस गाने को लेकर लोगों में गुस्सा था, तब महज एक हफ्ते में गाने के एक करोड़ कैसेट बिक गए थे, जो उस वक्त एक रिकॉर्ड था. फिल्म रिलीज होने तक इस गाने को लेकर मेकर्स को भारी जन विरोध का सामना करना पड़ा था. माधुरी को सिनेमा की बेहतरीन एक्ट्रेस और डांसर माना जाता है. लेकिन 'चोली के पीछे क्या है' में उनके अंदाज ने लोगों को हैरान कर दिया था. तब माधुरी ने पहली बार ऐसा गाना और डांस किया था, जो उनके टैलेंट से कोसों दूर था. फिल्म में उनके किरदार का नाम गंगा था, जो पौराणिक कथाओं के अनुसार पवित्रता का नाम माना जाता है।