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श्वेता तिवारी के बच्चे को पूछते थे लोग,तुम्हारे पापा घर आते हैं क्या'?

Rajesh
31 Aug 2024 11:39 AM GMT
श्वेता तिवारी के बच्चे को पूछते थे लोग,तुम्हारे पापा घर आते हैं क्या?
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Mumbai.मुंबई: टीवी की मशहूर एक्ट्रेस श्वेता तिवारी की जिंदगी के बारे में कौन नहीं जानता. महज़ 19 साल में राजा चौधरी से शादी कर ली. सोचा था प्यार मिलेगा, लेकिन मिली मार. कब तक मार खाती. तलाक ले लिया. राजा चौधरी से श्वेता को एक बेटी है. नाम है पलक. फिर अभिनव कोहली से दूसरी शादी की. लेकिन वो भी नहीं चल पाई. उनसे एक बेटा है नाम है रेयांश. श्वेता ने बताया कि इसका कितना बुरा असर उनके बच्चों पर पड़ा. श्वेता ने
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को बताया था कि उनके पति श्वेता की बेटी पलक के साथ गंदा व्यवहार रखते थे और उसे गंदी फिल्में दिखाने की कोशिश कर रहे थे.
बेटी ने पिटते हुए देखा है
श्वेता ने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में बताया उनकी बेटी पलक ने 6 साल की उम्र में उन्हें पिटते हुए देखा है. मेरा बेटा रेयांश जोकि रियांश श्वेता और अभिनव का बेटा, जोकि 4 साल का है और वह पुलिस, जजों के बारे में जानता है और ये सिर्फ मेरी वजह से नहीं है.
बच्चों को मिली सजा
श्वेता ने कहा कि वो मजबूर थी. उसके पास और कोई चारा नहीं था. मेरे बच्चे बताते नहीं हैं. वे अपनी भावनाएं छिपाते हैं. मैं क्या करूं वे जब बहुत ज्यादा खुश हो रहे होते हैं तो मुझे समझ नहीं आता वे ऐसा क्यों कर रहे हैं. अपनी फीलिंग्स क्यों छिपा रहे हैं. वे उस गुनाह की सजा भुगत रहे हैं जिसके जिम्मेदार वो नहीं हैं.
समाज में महिलाओं की हालत
श्वेता ने बताया हमारी सोसाइटी में शुरू से ही महिलाओं को कॉम्प्रोमाइज करना सिखाया जाता है. कोई बात नहीं पति ने मार दिया था. क्या फर्क पड़ता है. सोसाइटी में लोग मेरे बच्चों से आकर पूछते हैं पापा घर पर आते हैं क्या इसका क्या असर होता होगा मेरे बच्चों पर. श्वेता का कहना है कि एक वक्त ऐसा भी आया जब वह पूरी तरह से बिखर गई थीं.
रोती रहती थी
श्वेता खुद को बहादुर नहीं मानती हैं. उन्होंने कहा, “हमारे आसपास ऐसी कई सारी महिलाएं हैं जो इस तरह की परेशानियों से जूझ रही हैं. मैं बहादुर नहीं हूं. मैं बहुत कमजोर हूं. मैं अपनी परेशानियों से उबरने का प्रयास कर रही हूं. मैं रोती हूं, बिखरती हूं, लेकिन फिर सोचती हूं कि यह ‘स्वाभाविक’ है.”
फिर सोचा इससे बुरा क्या होगा
श्वेता ने बताया मुझे तलाक लेने से डर लगता था. फिर मैंने सोचा इससे बुरा क्या होगा. रोज़ रोज़ की मारपीट से अच्छा है सिंगल पैरेंट बनकर रहना. फिर एक टाइम आता है जिंदगी में जब आपको लगता है. होने दो जितना बुरा होना. आपने इतना कुछ देख लिया होता है कि फिर बुरे वक्त से आपको डर नहीं लगता.
किसी की जरूरत नहीं है
अलग होने के बाद मैंने महसूस किया कि वाकई आपको साथ रहने के लिए किसी की जरूरत नहीं है. अगर आप इंडिपेंडेंट हो और अपने बच्चों को ठीक से पाल सकते हो तो आपको किसी की जरूरत नहीं है.
औरतों को इंडिपेंडेंट होना चाहिए
श्वेता ने बताया कि हमारे देश की महिलाएं अभी भी इस तरह के टॉक्सिक रिलेशनशिप को झेल रही हैं क्योंकि वे फाइनेंशली इंडिपेंडेंट नहीं हैं. यही सच है. अगर आपका पार्टनर आपको घर की देखभाल के लिए जॉब छोड़ने के लिए कहता है तो वो आपका भला नहीं चाहता है. फैमिली के लिए आपको कोई अपने सपने छोड़ने को नहीं बोलता.
Shweta tiwari
श्वेता तिवारी ने कहा कि अगर कोई लड़का लड़की से 15 साल भी बड़ा है तो किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन अगर लड़की बड़ी है तो बातें बननी शुरू हो जाती हैं. लोग बोलते हैं मां से शादी करके बैठा है.
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