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दो अन्य घायल हो गए थे।
प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन फ्रंट ने रविवार को हुई बमबारी की जिम्मेदारी ली है। मोहम्मद अली जिन्ना अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के नेता थे। 1948 में निधन होने तक वह पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल रहे।
कराचीः अशांत बलोचिस्तान प्रांत के तटीय शहर ग्वादर में बलोच आतंकवादियों ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की एक प्रतिमा को बम धमाके में नष्ट कर दिया।
'डॉन' समाचार पत्र में सोमवार को प्रकाशित खबर के मुताबिक, सुरक्षित क्षेत्र माने जाने वाले मरीन ड्राइव पर जून में स्थापित की गई प्रतिमा को रविवार की सुबह प्रतिमा के नीचे विस्फोटक रखकर उड़ा दिया गया। खबर के अनुसार विस्फोट में प्रतिमा पूरी तरह से नष्ट हो गई। यह प्रतिमा इस साल की शुरुआत में एक सुरक्षित क्षेत्र माने जाने वाले क्षेत्र में बनाई गई थी। डॉन की रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ आतंकवादियों ने प्रतिमा के नीचे एक विस्फोटक उपकरण लगाया और उसे उड़ा दिया।
बीबीसी उर्दू की खबर के अनुसार प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बलोच रिपब्लिकन आर्मी के प्रवक्ता बबगर बलोच ने ट्विटर पर विस्फोट की जिम्मेदारी ली है। बीबीसी उर्दू ने ग्वादर के उपायुक्त मेजर (सेवानिवृत्त) अब्दुल कबीर खान के हवाले से कहा कि मामले की उच्चतम स्तरीय जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि विस्फोटक लगाकर जिन्ना की प्रतिमा को नष्ट करने वाले आतंकवादी पर्यटकों के रूप में क्षेत्र में घुसे थे। उनके मुताबिक अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन एक-दो दिन में जांच पूरी कर ली जाएगी।
उन्होंने कहा, 'हम मामले को सभी कोणों से देख रहे हैं और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।' जिन्ना 1913 से लेकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान की स्थापना तक ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के नेता रहे। इसके बाद 1948 में निधन होने तक वह पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल रहे।
मोहम्मद अली जिन्ना अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के नेता थे, जिन्होंने पाकिस्तान की स्थापना की और इसके पहले गवर्नर-जनरल के रूप में कार्य किया। बलूचिस्तान में कई सालों से हिंसा की बाढ़ आ गई है। पिछले हफ्ते, बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों की एक चेक पोस्ट पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में एक पाकिस्तानी सैनिक की मौत हो गई थी और दो अन्य घायल हो गए थे।
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